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मोदी बोले गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बने, विपक्ष भड़का

पीएम मोदी के श्मशान-क्रबिस्तान और दिवाली-रमजान वाले बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस नेता केसी मित्तल ने कहा कि वो पीएम के बयान पर चुनाव आयोग में शिकायत करेंगे। आपको बता दें...

मोदी बोले गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बने, विपक्ष भड़का
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 20 Feb 2017 01:34 PM
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पीएम मोदी के श्मशान-क्रबिस्तान और दिवाली-रमजान वाले बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस नेता केसी मित्तल ने कहा कि वो पीएम के बयान पर चुनाव आयोग में शिकायत करेंगे। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में रविवार को रैली संबोधित करते हुए पीएम ने कहा,  "गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए। रमजान में बिजली मिलती है तो दीवाली में भी मिलनी चाहिए। होली में बिजली मिलती है तो ईद पर भी मिलनी चाहिए। कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। धर्म और जाति के आधार पर बिल्कुल नहीं।"

पद की गरिमा का ख्याल रखें पीएम

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने पीएम मोदी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि पीएम को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। इस तरह के गलत और गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए। शर्मा ने चुनाव आयोग से भी पीएम के बयान पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है। वहीं, कांग्रेस नेता सलमान सोज ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री के बयान की आलोचना की। सोज ने लिखा, 'यह आदमी गांधी के भारत का प्रधानमंत्री कैसे बन गया? कब्रिस्तान और श्मशान से पहले हमारे पास खेल मैदान होना चाहिए जहां हिंदू, मुस्लिम और दूसरे धर्मों के बच्चे एक साथ खेल सकें।

समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि पीएम ने फतेहपुर रैली में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, हम उसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी करेगी। तीसरे चरण के मतदान के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा हार रही है। इसलिए प्रधानमंत्री इस तरह के गैर जिम्मेदार आरोप लगा रहे हैं। पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं और पांचों जगह भाजपा बुरी तरह से हार रही है।

'400 में एक भी मुसलमान उम्मीदवार नहीं'

दूसरी तरफ, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमिन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट में लिखा, '400 में एक भी मुसलमान उम्मीदवार नहीं, भेदभाव नहीं होना चाहिए। गोवा में बीफ उपलब्ध, महाराष्ट्र में बीफ बैन, भेदभाव नहीं होना चाहिए। जकिया जाफरी और नजीब की मां को इंसाफ मिलना चाहिए, यह भेदभाव नहीं होना चाहिए। आंगनवाड़ी का बजट माइनस हो गया, देश के मासूम गरीब बच्चों से भेदभाव नहीं होना चाहिए।'

सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने तो प्रधानमंत्री मोदी पर बंटवारे की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'हिंदू-मुस्लिम के नाम पर जनता को बांटने का नतीजा यह देश एक बार 1947 में देख चुका है। क्या मोदी देश को वहीं वापस ले जाना चाहते हैं?' उन्होंने कहा कि लोगों को रोजगार चाहिए, बेहतर जीवन और रोजी-रोटी चाहिए न कि श्मशान या कब्रिस्तान चाहिए। येचुरी ने मोदी के बयान को प्रधानमंत्री पद की गरिमा गिराने वाला बताया।

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