Hindi Newsअब केंद्रीय विवि में नहीं बदले जाएंगे राज्य विवि
अब केंद्रीय विवि में नहीं बदले जाएंगे राज्य विवि
राज्य विश्वविद्यालयों को अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नहीं बदला जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। मंत्रालय के पास कई राज्यों से विश्वविद्यालयों को केंद्रीय विवि का दर्जा देने...
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 04 May 2015 02:24 PM
ऐप पर पढ़ें
राज्य विश्वविद्यालयों को अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नहीं बदला जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। मंत्रालय के पास कई राज्यों से विश्वविद्यालयों को केंद्रीय विवि का दर्जा देने की मांग आई है लेकिन मंत्रालय ने व्यापक विचार-विमर्श के बाद इन प्रस्तावों को ठुकरा दिया है और कहा है कि भविष्य में अब किसी राज्य विवि को केंद्रीय विवि में नहीं बदला जाएगा।
यूपीए शासन के दौरान उत्तराखंड के हेमवती नंदन बहुगुणा विवि समेत छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के एक-एक विवि को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया गया था लेकिन इन तीनों विवि की हालत खराब है। इनसे सैकड़ों कालेज संबद्ध हैं जिन्हें असंबद्ध करना सबसे बड़ी चुनौती है।
इन कालेजों के कारण विवि परीक्षा लेने वाली एजेंसी बनकर रह जाता है। दूसरे, राज्य विवि के स्टाफ को लेकर भी समस्याएं आ रही है। उसे हटाया नहीं जा सकता है लेकिन वे केंद्रीय विवि के स्टाफ की भांति दक्षतापूर्ण काम करने में भी विफल रहते हैं। नतीजा यह है कि केंद्रीय विवि बनने के बावजूद ये अभी भी राज्य विवि के स्तर पर ही कायम हैं।
मंत्रालय ने कहा कि भविष्य में राज्य सरकारें चाहें तो उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत अपने विश्वविद्यालयों का विस्तार कर सकती हैं या फिर अपने नए विश्वविद्यालय खोल सकते हैं। दूसरे, सिर्फ उन्हीं राज्यों में केंद्रीय विवि खोले जाएंगे जहां अभी तक नहीं हैं। सिर्फ गोआ और आंध्र प्रदेश ही ऐसे राज्य हैं जहां अभी कोई केंद्रीय विवि नहीं है। देश में 45 केंद्रीय विवि हैं जिनमें से 39 अभी चल रहे हैं तथा बाकी स्थापित होने की प्रक्रिया में हैं।
यूपीए शासन के दौरान उत्तराखंड के हेमवती नंदन बहुगुणा विवि समेत छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के एक-एक विवि को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया गया था लेकिन इन तीनों विवि की हालत खराब है। इनसे सैकड़ों कालेज संबद्ध हैं जिन्हें असंबद्ध करना सबसे बड़ी चुनौती है।
इन कालेजों के कारण विवि परीक्षा लेने वाली एजेंसी बनकर रह जाता है। दूसरे, राज्य विवि के स्टाफ को लेकर भी समस्याएं आ रही है। उसे हटाया नहीं जा सकता है लेकिन वे केंद्रीय विवि के स्टाफ की भांति दक्षतापूर्ण काम करने में भी विफल रहते हैं। नतीजा यह है कि केंद्रीय विवि बनने के बावजूद ये अभी भी राज्य विवि के स्तर पर ही कायम हैं।
मंत्रालय ने कहा कि भविष्य में राज्य सरकारें चाहें तो उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत अपने विश्वविद्यालयों का विस्तार कर सकती हैं या फिर अपने नए विश्वविद्यालय खोल सकते हैं। दूसरे, सिर्फ उन्हीं राज्यों में केंद्रीय विवि खोले जाएंगे जहां अभी तक नहीं हैं। सिर्फ गोआ और आंध्र प्रदेश ही ऐसे राज्य हैं जहां अभी कोई केंद्रीय विवि नहीं है। देश में 45 केंद्रीय विवि हैं जिनमें से 39 अभी चल रहे हैं तथा बाकी स्थापित होने की प्रक्रिया में हैं।