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क्लास थ्री और फोर की सरकारी नौकरियों के लिए अब नो इंटरव्यू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने के बाद वहां मौजूद विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि 1857 के स्वाधीनता संग्राम के लिए मेरठ को याद किया जाता है। मेरठ ने...

क्लास थ्री और फोर की सरकारी नौकरियों के लिए अब नो इंटरव्यू
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 31 Dec 2015 10:35 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने के बाद वहां मौजूद विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि 1857 के स्वाधीनता संग्राम के लिए मेरठ को याद किया जाता है। मेरठ ने ही भारत को गुलामी से मुक्ति का मार्ग दिखाया था। अब ये सुपरहाइवे प्रदूषण से मुक्ति का मार्ग दिखाएगा।

मोदी ने कहा, गांव के लोग भी ये भलीभांति जानते हैं कि अगर विकास चाहिए तो गांव को सड़क से जोड़ना होगा। पक्की सड़क चाहिए। गांव के लोगों के इस सपने को पूरा करने के लिए अटल जी ने दो योजनाओं की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में वैश्विक स्तर पर भारत की तस्वीर बदलने के लिए स्वर्ण चतुर्भुज योजना शुरू की वहीं गांवों को विकास से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की थी।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने क्या किया मैं इस पर नहीं बोलूंगा लेकिन अटल ने विकास की जिस सोच को दिखाया था उसे गति देने का काम ये सरकार कर रही है। ये योजना दिल्ली के चारों ओर 100 किमी परिधि में विकास को गति देने का काम करेगी। ये सिर्फ रास्ता नहीं बन रहा है ये विकास का राजमार्ग बनने जा रहा है। पश्चिमी यूपी के लिए ये योजनाएं बहुत बड़ी ताकत के रूप में उभरकर सामने आने वाली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ सभी को हर मौसम के हिसाब से राजमार्ग से जोड़ने की योजना तैयार की है। हमारे देश में मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के परिवारों में वीकेंड के कार्यक्रम बनते हैं। वे दो दिन के लिए परिवार के साथ कहीं न कहीं जाते हैं। अगर उन्हें 150 किमी के दायरे में कहीं जाने का मौका मिल जाए तो सोचिए करोड़ों मध्यम वर्गीय नागरिकों के लिए कितना अच्छा मौका देगा ये राजमार्ग। ये योजना अन्य लोगों को रोजगार का माध्यम भी प्रदान करेगा। photo1

मेरठ से दिल्ली केवल 45 मिनट में
इस एक्सप्रेस-वे को केंद्र की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक माना जा रहा है। इसके बनने से मेरठ से दिल्ली तक सफर मात्र 45 मिनट में पूरा होने का दावा किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे का यह सुहाना सफर मुफ्त में नहीं होगा। आपको दो-दो स्थानों पर टोल टैक्स अदा करना होगा। दिल्ली से हापुड़ और मेरठ की ओर से आने वाले यात्रियों को सबसे पहले एक्सप्रेस पर किमी संख्या 22.5 पर स्थित टोल प्लाजा पर टैक्स देना होगा। इसके बाद डासना से हापुड़ और मेरठ की ओर जाने वाली सड़क अलग-अलग हो जाएंगी। हापुड़ की ओर जाने वाले यात्रियों को हापुड़ बाईपास से पहले किमी संख्या 49.346 पर स्थित टोल प्लाजा पर एक बार और टैक्स देना होगा। इसके अलावा मेरठ शहर में आने वाले यात्रियों को किमी संख्या 57.540 पर टैक्स देना होगा। मेरठ बाईपास की ओर जाने वाले यात्रियों को एनएच-58 से पहले स्थित टोल प्लाजा पर टैक्स चुकाना होगा।

यहां देना होगा टोल टैक्स
मेरठ से दिल्ली जाते हुए
पहला टोल प्लाजा 57.540 किमी पर
यदि आप एनएच 58 से एक्सप्रेस-वे पर आएंगे तो रोड पर एंट्री करते ही आपको टैक्स देना होगा
दूसरा टोल प्लाजा एनएच-24 पर 22.5 किमी पर

दिल्ली से हापुड़ जाते हुए
पहला टोल प्लाजा एनएच-24 पर 22.5 किमी पर
दूसरा टोल प्लाजा हापुड़ बाईपास से पहले 49.346 किमी पर

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