फोटो गैलरी

Hindi Newsदाह संस्कार के बजाय दफनाई गईं अम्मा, जानें वजह

दाह संस्कार के बजाय दफनाई गईं अम्मा, जानें वजह

अन्य द्रविड़ नेताओं के उलट जयललिता की पूरी आस्था भगवान में थी। वह नियमित रूप से प्रार्थना करती थी और माथे पर आयंगर समुदाय के लोगों की तरह तिलक भी लगाती थी। बावजूद इसके तमिलनाडु सरकार और शशिकला परिवार...

दाह संस्कार के बजाय दफनाई गईं अम्मा, जानें वजह
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 06 Dec 2016 09:21 PM
ऐप पर पढ़ें

अन्य द्रविड़ नेताओं के उलट जयललिता की पूरी आस्था भगवान में थी। वह नियमित रूप से प्रार्थना करती थी और माथे पर आयंगर समुदाय के लोगों की तरह तिलक भी लगाती थी। बावजूद इसके तमिलनाडु सरकार और शशिकला परिवार ने हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से दाह संस्कार करने की बजाय उनके शव को दफनाने का फैसला किया। जयललिता के शव को एमजीआर की समाधि के साथ ही दफनाया गया।

राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक जयललिता हमारे लिए आयंगर नहीं थीं। वह किसी भी जाति या धर्म से ऊपर थीं। उनसे पहले पेरियार, अन्ना दुरई और एमजी रामचंद्रन सहित अधिकतर द्रविड़ नेताओं को दफनाया गया है। हम मौत के बाद भी किसी को आग की लपटों के हवाले नहीं कर सकते। अधिकारी ने बताया कि हम उन्हें स्मारक के रूप में याद रखना चाहते हैं। इसलिए चंदन और गुलाब जल के साथ उनके पार्थिव शरीर को दफनाने का फैसला लिया गया।

द्रविड़ नेताओं का भगवान में विश्वास नहीं :
द्रविड़ आंदोलन के नेताओं को नास्तिक माना जाता है। वे मूर्ति पूजा और इसी तरह के प्रतीकों की निंदा कर रहे हैं। मगर यह दिलचस्प है कि द्रविड़ आंदोलन से जुड़े नेताओं की मूर्तियां और स्मारक बनवाए गए हैं।

एमजीआर की घड़ी की टिक-टिक अभी भी सुनाई देती है
प्रशंसकों और अनुयायियों का मानना है कि इस तरह से वे अपने नेता को उनके जाने के बाद भी महसूस कर पाते हैं। उनके मुताबिक मरीना बीच स्थित एमजीआर के स्मारक पर उनकी घड़ी की टिक-टिक की आवाज आज भी सुनाई देती है।

दाह संस्कार के लिए रिश्तेदार की जरूरत
जानकारों की मानें तो जयललिता को दफनाने की एक वजह यह भी है कि दाह संस्कार के लिए एक ऐसे रिश्तेदार की जरूरत होती है, जिसका खून का रिश्ता हो। ऐसे रिश्तेदारों में सिर्फ जयललिता के बड़े भाई की बेटी दीपा जयकुमार ही बची हैं। मगर शशिकला खेमा उन्हें यह मौका आखिर क्यों देना चाहता। ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय में मीडिया एवं संचार विभाग में शोधकर्ता दीपा को हाल में अपोलो अस्पताल में भी घुसने नहीं दिया गया था।

VIDEO जयललिता के पार्थिव शरीर को MGR की समाधि के पास दफनाया गया

जयललिता को मां-बाप का भरपूर प्यार न मिलने का अफसोस रहा

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें