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बांग्लादेश से आज भारत आएगा सोनू, इब्नमूसा बने ‘बजरंगी भाईजान’

दिल्ली के नई सीमापुरी से साल 2010 में लापता हुआ सोनू गुरुवार को दिल्ली पहुंचेगा। सोनू की घर वापसी की खबर से इलाके में जश्न का माहौल है।  ‘हिन्दुस्तान’ टीम बुधवार को जब नई सीमापुरी...

बांग्लादेश से आज भारत आएगा सोनू, इब्नमूसा बने ‘बजरंगी भाईजान’
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 30 Jun 2016 11:09 AM
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दिल्ली के नई सीमापुरी से साल 2010 में लापता हुआ सोनू गुरुवार को दिल्ली पहुंचेगा। सोनू की घर वापसी की खबर से इलाके में जश्न का माहौल है। 

‘हिन्दुस्तान’ टीम बुधवार को जब नई सीमापुरी पहुंची तो सोनू के घर का रास्ता बताने वाले सैकड़ों लोग मिले। उन्होंने सोनू के मिल जाने और वापस आने की खबर पर खुशी जताई। 

पड़ोस में रहने वाली अमीना ने बताया कि यह बड़ी बात है कि छह साल बाद एक मां को उसका बेटा वापस मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जब सोनू गायब हुआ था तो उसकी उम्र छह साल थी। सोनू के पिता महमूद गैराज चलाते हैं, जबकि मां मुमताज गृहणी हैं। उसके दो भाई और एक बहन है, जो उससे छोटे हैं। 

आमीना ने कहा कि यह ईद का तोहफा है। अब दोगुनी खुशी से ईद मनेगी। महमूद के मुताबिक 2010 में एक महिला से विवाद के बाद उनका बेटा लापता हो गया था। 

सिर्फ सोनू की चर्चा
भारत वापस लौट रहे सोनू के आने से क्षेत्र में हर कोई खुश है। बच्चों से लेकर बड़ों के बीच सिर्फ उसकी ही चर्चा है। हर कोई हैरान है कि आखिर वह बांग्लादेश कैसे पहुंच गया। इस आश्चर्य के बाद भी लोगों को इस बात की खुशी है कि एक बेटा अपने परिवार से मिलेगा। सोनू का परिवार न्यू सीमापुरी की जामा मस्जिद वाली रोड पर स्थित ई-44 ए 103 नंबर के मकान में रहता है।

इब्नमूसा के चलते हो रही सोनू की वापसी
सोनू की वापसी बांग्लादेश के रहने वाले जमाल इब्नमूसा के चलते हो पा रही है। एक निजी कंपनी में काम करने वाले जमाल की एक दिन सोनू से मुलाकात हुई तो उसने अपने साथ हो रहे जुल्म की जानकारी दी। जमाल ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने जमाल को ही जेल भेज दिया। 

जेल से बाहर आने के बाद जमाल ने दोबारा पुलिस में शिकायत की। इस बार पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर सोनू को बालगृह भेज दिया। कोर्ट ने फैसला दिया कि सोनू के परिजन उसे ले जाएं। मामले के मीडिया में आने के बाद विदेश मंत्रलय ने संज्ञान लिया। इधर, जमाल ने दिल्ली आकर सोनू के पिता महमूद को जानकारी दी। 

यमुना विहार थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी
दिल्ली पुलिस का कहना है कि मई, 2010 में सोनू की गुमशुदगी की रिपोर्ट यमुना विहार थाने में दर्ज हुईथी। जांच के बाद मामला जिला स्तर पर डीआईओ में चल रहा था। फिरौती के कॉल आने जैसी कोई बात सामने नहीं आई थी। हालांकि, बताया जाता है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद फिरौती के लिए एक महिला ने कॉल की थी। तीन साल तक कोई सुराग न मिलने पर फाइल बंद कर दी गई थी।

साल दर साल
वर्ष 2010 : सोनू अचानक लापता 
वर्ष 2013 : गुमशुदगी की फाइल बंद
मई 2016 : बांग्लादेश के एक शेल्टर होम में सोनू के होने की जानकारी मिली
जून 2016 : विदेश मंत्रलय ने संज्ञान लिया। डीएनए का मिलान कराया।

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