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Hindi Newsहेडली कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ लड़ना चाहता था, ISI के मेजर ने दिया था प्रशिक्षण

हेडली कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ लड़ना चाहता था, ISI के मेजर ने दिया था प्रशिक्षण

लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ सक्रिय रूप से लड़ना चाहता था लेकिन लश्कर के कमांडर जकि उर रहमान लखवी ने उसे ऐसा करने से रोक दिया और कहा कि उसके...

हेडली कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ लड़ना चाहता था, ISI के मेजर ने दिया था प्रशिक्षण
एजेंसीMon, 08 Feb 2016 04:37 PM
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लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ सक्रिय रूप से लड़ना चाहता था लेकिन लश्कर के कमांडर जकि उर रहमान लखवी ने उसे ऐसा करने से रोक दिया और कहा कि उसके पास हेडली के लिए कुछ और ज्यादा रोमांचकारी करने को है।

आज सुबह सात बजे यहां शुरू हुई हेडली की गवाही के बारे में जानकारी देते हुए लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने पत्रकारों को बताया कि आतंकी ने बताया कि वह कश्मीर में तैनात सेना के खिलाफ लड़ना चाहता था। हालांकि लखवी ने हेडली को कहा कि उसके पास उसके लिए कुछ और ज्यादा रोमांचकारी है।

निकम ने कहा, उसने मेजर इकबाल और मेजर अली के बारे में बहुत बातों का खुलासा किया। ये दोनों लोग आईएसआई में थे। मेजर इकबाल ने उसे प्रशिक्षण दिया था। इसी के साथ उसने अदालत के समक्ष लश्कर ए तैयबा के कुछ और प्रशिक्षकों के नामों का खुलासा किया।

निकम ने बताया कि अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न कल पूछे जाएंगे और अभियोजन पक्ष सत्य उजागर कराने की कोशिश करेगा।

उन्होंने कहा, आज हेडली ने गवाही में जो कुछ भी कहा मैं उससे पूरी तरह संतुष्ट हूं। अपनी गवाही के दौरान हेडली ने कुछ सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उसने इस बात की पुष्टि की कि उसने हाफिज सईद से मुलाकात की थी और उसने उसके चित्र को भी पहचाना है।

उज्ज्वल निकम ने बताया कि हेडली ने अदालत को बताया कि वह 2002 में लश्कर के साथ जुड़ा और फिर वहां अपना प्रशिक्षण पूरा किया। वहां उसने एके-47 चलाना, बम विस्फोट करना और इलाकों के बारे में जानकारी इकट्ठा (रेकी) करना सीखा।

उन्होंने कहा, उसने एक नेतृत्व पाठयक्रम भी किया जहां सईद और लखवी अक्सर आया करते थे और भारत के खिलाफ भाषण दिया करते थे। उसने अपनी शिक्षा हसन अब्दल कैडेट कॉलेज से पूरी की लेकिन 17 साल की उम्र में वह अमेरिका चला गया।

हेडली के वकील महेश जेठमलानी ने कहा कि उसने इस बात की पुष्टि की है कि वह सईद से प्रभावित होकर लश्कर से जुड़ा था। उसने अदालत को यह भी बताया कि 26/11 हमले से पहले आतंकी हमलों के दो असफल प्रयास किए गए थे।

जेठमलानी ने बताया, लेकिन उसने हमलों में लश्कर का हाथ होने की बात को स्पष्ट नहीं किया। एक अभियोजक के तौर पर मैं यहां अभियोजन पक्ष का सहयोग करने के लिए हूं और इस मामले को आगे ले जाने में मदद करूंगा एवं उसके बयान का जो भी निष्कर्ष निकलेगा वह महत्वपूर्ण होगा।

वकील मजीद मेमन ने कहा कि हेडली की गवाही से भारत को 26/11 से जुड़े बहुत से रहस्यों को उजागर करने में मदद मिलेगी और पाकिस्तान को बहुत से पहलुओं पर बात करने के लिए तैयार किया जा सकेगा जिसे वह पहले नकारता आया है।

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