हेडली: ISI से जुड़े नये सबूत पाकिस्तान को दे सकता है भारत
मुंबई की एक अदालत के सामने पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली के पेश होने के बाद भारत पाकिस्तान को 2008 मुंबई आतंकी हमले में आईएसआई अधिकारियों के शामिल होने से जुड़े सबूत दे सकता है। भारत ने...
मुंबई की एक अदालत के सामने पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली के पेश होने के बाद भारत पाकिस्तान को 2008 मुंबई आतंकी हमले में आईएसआई अधिकारियों के शामिल होने से जुड़े सबूत दे सकता है। भारत ने पाकिस्तान को आईएसआई अधिकारियों, लश्कर ए तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद, लश्कर ए तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी सहित अन्य की संलिप्तता से जुड़े सबूतों के कई दस्तावेज दिए हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उनमें से किसी के भी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। हेडली की अदालत के सामने पेशी से एक बार फिर सेवारत आईएसआई अधिकारियों, हाफिज सईद और लखवी के साजिश में गहराई से शामिल होने की बात स्थापित हुई है। हम पाकिस्तान को कार्रवाई के लिए ये सभी ताजा सबूत उपलब्ध कराएंगे।
भारत हेडली के खुलासे के बाद अमेरिका से भी हाफिज सर्ईद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कह सकता है। अमेरिका ने सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है। अधिकारी ने कहा, अदालत के सामने हेडली की पेशी ने स्थापित कर दिया कि हाफिज सईद मुंबई आतंकी हमले में शामिल था। हेडली इस समय अमेरिका की हिरासत में है इसलिए अमेरिका को उसके बयान का संज्ञान कर हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। मुंबई हमले में मारे गए 166 लोगों में चार अमेरिकी नागरिक शामिल थे।
हेडली ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत से कहा कि उसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और ऐबटाबाद में हाफिज सईद साहब के अधीन लश्कर ने प्रशिक्षण दिया था। उसने अदालत में सईद और और लश्कर के कमांडर जकीउर रहमान लखवी की तस्वीरें पहचान लीं।
उसने बताया कि वह आईएसआई के तीन अधिकारियों, मेजर अली, मेजर इकबाल और मेजर अब्दुल रहमान पाशा के संपर्क में था। हेडली ने अदालत को बताया कि लश्कर कमांडरों एवं आईएसआई अधिकारियों के हुक्म पर उसने अपना असली नाम दाउद गिलानी बदल लिया ताकि हमले के लिए भारत में प्रमुख स्थलों की टोह ले सके जो उसके लिए साहस भरा काम था।
हेडली ने कहा कि सईद के प्रभाव में आकर वह लश्कर का हिस्सा बन गया और 2002 में मुजफ्फराबाद में उसने उनके साथ अपना पहला प्रशिक्षण लिया। हेडली आतंकी हमलों में अपनी भूमिका के लिए इस समय अमेरिका में 35 साल के जेल की सजा काट रहा है।