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मुख्यमंत्री के साथ वार्ता रद्द, जाटों के तेवर कड़े

हरियाणा में जाट नेताओं की मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ वार्ता रद्द होने के बाद आंदोलनकारियों के तेवर कड़े हो गए हैं।  वे 20 मार्च को दिल्ली कूच करने की तैयारियों में जुट गए हैं। इसके मद्देनजर...

मुख्यमंत्री के साथ वार्ता रद्द, जाटों के तेवर कड़े
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 18 Mar 2017 07:34 PM
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हरियाणा में जाट नेताओं की मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ वार्ता रद्द होने के बाद आंदोलनकारियों के तेवर कड़े हो गए हैं।  वे 20 मार्च को दिल्ली कूच करने की तैयारियों में जुट गए हैं। इसके मद्देनजर सरकार और प्रशासन सतर्क हो गया है। राज्य के अधिकांश इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। 

जाट नेताओं की गुरुवार को पानीपत में वरिष्ठ मंत्री रामबिलास शर्मा के नेतृत्व वाली कमेटी के साथ तीसरे दौर की वार्ता हुई थी। इसके बाद बताया गया कि शुक्रवार को दिल्ली के हरियाणा भवन में जाट नेताओं की मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ बातचीत होगी। इसमें समझौते पर मुहर लगने की संभावना थी। जाट नेता दिल्ली वार्ता के लिए पहुंच गए, लेकिन मुख्यमंत्री के नहीं आने से यह वार्ता नहीं हुई। 
शनिवार को धरनास्थलों पर भारी संख्या में जाट आ रहे हैं। 

जाट आंदोलनकारी 20 मार्च को  होने वाले दिल्ली कूच की तैयारियां कर रहे हैं। इससे हालात बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर प्रशासन और पुलिस सतर्क हो गई है। रोहतक, झज्जर, कैथल, भिवानी और चरखी-दादरी सहित अधिकांश जगहों पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। हिसार,जींद और पानीपत में भी इंटरनेट सेवा बंद की जा सकती है। 
पूरे राज्य में जिला प्रशासन ने सेना को अलर्ट कर दिया है। जिला उपायुक्त ने बताया कि सेना से संपर्क किया गया है। जरूरत पड़ी तो सेना को बुला लेंगे। दूसरी ओर बताया जा रहा है  हिसार से 20 मार्च को हरियाणा रोडवेज की बस सेवा बंद रहेगी, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। 

ट्रांजिट कैंप बनाए जाने की तैयारी
जाटों ने 20 मार्च के धरनों के लिए ट्रांजिट कैंप बनाए जाने की तैयारी कर रखी है। इन कैंप में खाने-पीने की सभी व्यवस्था की जाएगी। लोगों को कहा गया है कि वे अपने कपड़े और सोने के लिए बिस्तरे साथ लेकर चलें।

शांतिपूर्वक दिल्ली जाएंगे तो रोका नहीं जाएगा
उधर, कुरुक्षेत्र में राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि जाट नेताओं से शांतिपूर्वक बात हुई है और बातचीत सकारात्मक रही है। जाट आंदोलनकारियों ने अभी तक धरने के दौरान कोई हिंसा और नुकसान नहीं किया है। यदि वे शांतिपूर्वक दिल्ली जाएंगे तो उन्हें नहीं रोका जाएगा। 

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