असहिष्णुता पर बहस करने को तैयार है सरकार: वेंकैया नायडू
संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने राजग बैठक के बाद कहा कि सरकार ने कांग्रेस के साथ बातचीत का फैसला किया है। वह जीएसटी एवं अन्य विधेयकों पर विपक्ष की चिंताओं को दूर करेगी। नायडू ने कहा, हम...
संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने राजग बैठक के बाद कहा कि सरकार ने कांग्रेस के साथ बातचीत का फैसला किया है। वह जीएसटी एवं अन्य विधेयकों पर विपक्ष की चिंताओं को दूर करेगी। नायडू ने कहा, हम असहिष्णुता पर बहस कराने के लिए तैयार हैं। सरकार को इससे कोई परहेज नहीं है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सदन को अर्थपूर्ण और रचनात्मक ढंग से चलाने की अपील के बावजूद विपक्ष द्वारा असहिष्णुता के मुद्दे पर प्रस्ताव लाने के प्रयासों को देखते हुए कल से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के हंगामी रहने के आसार हैं।
जीएसटी जैसे कुछ महत्वपूर्ण सुधार विधेयकों को पारित कराने के लिए सत्र के व्यवस्थित चलने में इच्छुक सरकार ने विपक्षी दलों की ओर हाथ बढ़ाते हुए आज कहा कि दादरी कांड और एम एम कालबुर्गी जैसे विद्वानों की हत्या जैसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और सरकार उनका समर्थन नहीं करती।
उधर विपक्ष का कहना है कि असहिष्णुता के खिलाफ लेखकों, कलाकारों और फिल्मकारों द्वारा अपने पुरस्कार लौटाने और आमिर खान की हाल की टिप्पणियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
सरकार की ओर से आज बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने विपक्ष को आश्वस्त किया, सरकार तथाकथित असहिष्णुता के मुद्दे सहित सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है, जबकि ये मामले राज्य सरकारों के तहत आते हैं। हम ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा, हाल के सप्ताहों में दादरी घटना और एम एम कालबुर्गी की हत्या जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर विपक्ष की चिंताओं से सरकार परिचित है। सरकार ने इन घटनाओं की निंदा की है, क्योंकि वह हमारे समाज के सहिष्णुता के उच्च मूल्यों के विपरीत हैं।