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प्रवर्तन निदेशालय ने कार्ती चिदंबरम को सम्मन जारी किया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ती चिदंबरम को 2जी घोटाले के एयरसेल-मैक्सिस मामले में मनीलांड्रिंग की अपनी जांच के सिलसिले में सम्मन जारी किया है। अधिकारियों...

प्रवर्तन निदेशालय ने कार्ती चिदंबरम को सम्मन जारी किया
एजेंसीTue, 05 Jul 2016 08:24 PM
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ती चिदंबरम को 2जी घोटाले के एयरसेल-मैक्सिस मामले में मनीलांड्रिंग की अपनी जांच के सिलसिले में सम्मन जारी किया है।

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने कार्ती को नोटिस जारी किया कि वह व्यक्तिगत रूप से या अधिकत प्रतिनिधि के जरिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित हों और अपना व्यक्तिगत वित्तीय दस्तावेज और फर्म से संबंधित दस्तावेज इस सप्ताह पेश करें। लेकिन समझा जाता है कि कार्ती ने नोटिस का पालन करने के लिए और समय की मांग की है। एजेंसी ने इस महीने के पहले पखवाड़े के अंदर दस्तावेज सौंपने के लिए उन्हें वक्त दे दिया है।

यह पहला मौका है जब कार्ती को ऐसे मामले में नोटिस जारी किया गया है, जिसकी जांच साल भर से अधिक समय से चल रही है। सूत्रों ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी और उप निदेशक राजेश्वर सिंह ने सम्मन जारी किया है।

यह जांच एडवांटेज स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड और चेस ग्लोबल एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित है, जहां कार्ती निदेशक रहे हैं। इसके अलावा कुछ अन्य कंपनियां भी हैं। उनके खिलाफ यह जांच कठोर धन शोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के कथित उल्लंघन को लेकर चल रही है।

जांच एजेंसी ने आयकर विभाग के साथ चेन्नई में चेस ग्लोबल फर्म के व्यापारिक परिसरों में पिछले साल दिसंबर में कार्ती की मौजूदगी में तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था।
   
कार्ती ने जहां किसी भी गड़बड़ी से इंकार किया है और जांच एजेंसियों के साथ सहयोग की बात दोहराई है, वहीं उनके पिता पी चिदंबरम ने सरकार पर अपने परिवार के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया था।

कांग्रेस नेता ने कहा था कि यदि सरकार मुझे निशाना बनाना चाहती है तो उसे ऐसा सीधे तौर पर करना चाहिए, मेरे बेटे को प्रताड़ित नहीं करना चाहिए जो अपना कारोबार चलाता है और उसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।

जांच एजेंसी ने मामले में और अधिक ब्योरा हासिल करने के लिए सिंगापुर, मलेशिया और कुछ अन्य देशों को न्यायिक अनुरोध पत्र भेजा है क्योंकि यह जांच में तेजी लाने के लिए इन देशों को एक टीम भेजने पर विचार कर रही है।

पिछले साल अगस्त में प्रवर्तन निदेशालय ने कार्ती से जुड़ी एक कंपनी के दो निदेशकों को मामले की जांच के सिलसिले में सम्मन जारी किया था। ईडी की जांच में पाया गया कि 26 लाख रुपया कथित तौर पर कंपनी से एयरसेल टेलीवेंचर को भेजा गया।

एयरसेल मैक्सिस सौदे की जांच ईडी और सीबीआई दोनों ही कर रही है तथा यह मामला टूजी घोटाला मामले में संपूर्ण जांच का हिस्सा है।

जांच एजेंसी ने इस मामले में एक आरोपपत्र भी दाखिल किया था और पूर्व संचार मंत्री दयानिधि मारन, उनके भाई कलानिथि, उनकी पत्नी कावेरी कलानिथि तथा कुछ अन्य लोगों और दो कंपनियों को नामजद किया था।

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