नोटबंदी: ईडी ने सूरत के व्यापारी भजियावाला को गिरफ्तार किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज कहा कि उसने धन शोधन के आरोपों और नोटबंदी के बाद 1000 फर्जी पहचान पत्रों का कथित तौर पर इस्तेमाल वाले सूरत के फाइनेंसर किशोर भजियावाला को गिरफ्तार किया है। भजियावाला पर...
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज कहा कि उसने धन शोधन के आरोपों और नोटबंदी के बाद 1000 फर्जी पहचान पत्रों का कथित तौर पर इस्तेमाल वाले सूरत के फाइनेंसर किशोर भजियावाला को गिरफ्तार किया है। भजियावाला पर नोटबंदी के दौरान एक करोड़ रुपये के पुराने नोटों को नए नोटों में अवैध तरीके से बदलवाने का भी मामला दर्ज है।
ईडी ने बताया कि उसने यहां अपने कार्यालय में कल देर रात करीब 11 बजकर 45 मिनट पर धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत जिगनेश किशोरभाई भजियावाला (41) को गिरफ्तार किया। उन्हें आज अदालत में पेश किया जाएगा।
ईडी ने सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर भजियावाला और उसके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद काले धन की जांच के तहत गत वर्ष दिसंबर में भजियावाला के परिसरों से सोना और नकदी बरामद की थी जिसके बाद सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी।
यह मामला प्रमुखता से प्रकाश में तब आया जब जांच एजेंसियों को पता चला कि सूरत का एक चायवाला फाइनेंसर बन गया। ईडी ने कहा, भजियावाला परिवार ने नोटबंदी के बाद फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके और फर्जीवाड़ा करके बैंक अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से बड़ी संख्या में अज्ञात स्त्रोत से प्राप्त धन और अन्य संपत्तियों को नए नोटों में बदलवाया।
सके मकान, दुकान और बैंक लॉकरों की तलाशी के दौरान आयकर विभाग ने एक करोड़ दो लाख रुपए से ज्यादा के नए नोट जब्त किये। यह भी पता चला कि आरोपी ने अवैध धन को छिपाने के लिए कई बैंकों में बेनामी लॉकर ले रखे थे।