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Hindi Newsकोर्ट की निगरानी में सीबीआई की एसआईटी करे जांच: कांग्रेस

कोर्ट की निगरानी में सीबीआई की एसआईटी करे जांच: कांग्रेस

दो दिनों तक शांत रहने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में और संसद के बाहर वित्तमंत्री अरुण जेटली के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोला।  कांग्रेस ने कहा है दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ...

कोर्ट की निगरानी में सीबीआई की एसआईटी करे जांच: कांग्रेस
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 21 Dec 2015 09:11 PM
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दो दिनों तक शांत रहने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में और संसद के बाहर वित्तमंत्री अरुण जेटली के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोला।  कांग्रेस ने कहा है दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ ,डीडीसीए में अनियमितता संबंधी मामले की उच्चतम न्यायालय अथवा उच्च न्यायालय की निगरानी में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा गठित विशेष जांच दल,एसआईटी से जांच कराई जानी चाहिए।

पार्टी ने इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति - जेपीसी के गठन की मांग भी दोहराई। पार्टी ने मांग की है कि जेटली अपना पद छोड़े या फिर प्रधानमंत्री उन्हें पद से हटाएं।

कांग्रेस ने बोला हमला
कांग्रेस प्रवक्ता पी एल पुनिया ने कहा कि यह मामला गंभीर है और आरोपों से घिरे वित्त मंत्री अरुण जेटली उन्हीं की पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद द्वारा इस संबंध में उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेटली के स्पष्टीकरण देने के बाद लोकसभा में भाजपा सांसद कीर्ति आजाद द्वारा उठाए सवालों का वहां मौजूद गृहमंत्री राजनार्थ सह और संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने भी कोई जवाब नहीं दिया जिससे साबित होता है कि दोनों मंत्री आजाद की बात से सहमत हैँ।

पुनिया ने कहा कि आजाद ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस करके जो वीडियो जारी किया था उससे साफ  है कि घोटाला हुआ है।  जेटली  के कार्यकाल के दौरान बिना निविदा के काम आवंटित किए गए और खर्च का विवरण नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जेटली को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए। या फिर उन्हें भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात करना बंद कर देना चाहिए।

संसद में कांग्रेस ने उठाया सवाल
उधर लोकसभा में कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने प्रश्नकाल के बाद लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और आरोप लगाया कि जेटली दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में अनियमितताओं से वाकिफ थे और वह भी घोटाले में लिप्त हैं। वेणुगोपाल ने कहा, इसलिए हम इस मुद्दे की जांच एक संयुक्त संसदीय समिति से कराने और उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। बाद में जेटली के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस ने लोकसभा से वाकआउट किया।

सोनिया का नाम घसीटने से नाराज पार्टी
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस की जेटली मामले में दो दिनों तक चुप्पी से आम आदमी पार्टी को आरोप लगाने का मौका मिल रहा था कि डीडीसीए भ्रष्टाचार मामले में भाजपा व कांग्रेस एक हो गए हैं। पार्टी इस तरह के संदेश से बचना चाहती थी। उधर जेटली ने विवाद में सोनिया गांधी का नाम घसीटकर पार्टी को रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया। जेटली ने कहा था कि भाजपा के एक सांसद इस मामले में यूपीए कार्यकाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले थे। इस आरोप पर पूछे गए सवाल पर सोनिया गांधी ने संसद परिसर में कहा कि क्या हर चीज के लिए मैँ ही दोषी हूं।

सोनिया ने आशंकाओं को किया दूर
इससे पहले सोमवार सुबह कांग्रेस की संसदीय मामलों की समिति की बैठक में कांग्रेस ने इस मसले पर सांसदों में मतभेद की खबरों को खारिज करने के लिए सांसदों से पूछा कि कौन लोग हैँ जो चाहते हैँ कि संसद में यह मामला नहीं उठाया जाए और संसद की कार्यवाही चले। सभी सांसदों ने कहा कि संसद में जेटली का मामला उठाया जाना चाहिए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शुक्रवार को पार्टी की एक बैठक में सांसदों से ऐसे ही सवाल पूछा था।

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