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Hindi Newsसोनभद्र के खान हादसे में आठ पर कार्रवाई की संस्तुति

सोनभद्र के खान हादसे में आठ पर कार्रवाई की संस्तुति

बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में 27 फरवरी 2012 को हुए खनन हादसे के लिए तत्कालीन दो खान अधिकारी,  दो सर्वेक्षक, ओबरा के डीएफओ, थाना प्रभारी और बिल्ली ग्राम के प्रधान को दोषी माना गया है। इन सभी पर...

सोनभद्र के खान हादसे में आठ पर कार्रवाई की संस्तुति
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 21 Apr 2015 06:52 PM
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बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में 27 फरवरी 2012 को हुए खनन हादसे के लिए तत्कालीन दो खान अधिकारी,  दो सर्वेक्षक, ओबरा के डीएफओ, थाना प्रभारी और बिल्ली ग्राम के प्रधान को दोषी माना गया है। इन सभी पर कार्रवाई के लिए संस्तुति भी मजिस्टे्रटी जांच में की गई है। जांच रिपोर्ट मंगलवार को डीएम को सौंप दी गई।

खान हादसे में दस मजदूरों की मौत हो गई थी। इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच सीडीओ और एडीएम से कराई गई। सीडीओ ने दी रिपोर्ट में इस मामले में मानकों का पालन न होने व नियमों के विपरीत खनन कार्य होने के लिए उत्तरदायी खनिज विभाग के तत्कालीन अधिकारियों-कर्मचारियों में खान अधिकारी एके सेन व वीपी यादव, वरिष्ठ सर्वेक्षक धीरेन्द्र कुमार शर्मा, खनन सर्वेक्षक दयाराम, वन भूमि में अवैध खनन के लिए उत्तरदायी तत्कालीन प्रभागीय वनाधिकारी एसपी चौरसिया, तत्कालीन थानाध्यक्ष ओबरा शेषधर पांडेय के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की  है। साथ ही गांव सभा की पहाड़ व परती भूमि पर अवैध खनन की सूचना न देने व उसे रोकवाने का प्रयास न करने के लिए उत्तरदायी ग्राम पंचायत बिल्ली-मारकुंडी के प्रधान राजाराम व गांव सभा की पहाड़ व परती भूमि पर अवैध खनन की सूचना न देने व उसे रोकवाने की कार्रवाई न करने के लिए उत्तरदायी तत्कालीन क्षेत्रीय लेखपाल श्रीराम के विरूद्ध भी कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।

सीडीओ महेन्द्र सिंह ने जांच में पाया कि खदान धंसने की घटना अवैध खनन होने तथा खनन कार्य में निर्धारित प्रक्रिया और मानकों का पालन न करने के कारण हुई है। यह अवैध खनन कुछ व्यक्तियों ने बिना पट्टे वाली भूमि पर और कुछ पट्टाधारकों द्वारा अपने पट्टा क्षेत्र से अधिक भूमि पर किया गया।

 

 

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