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पठानकोट में वायुसेना स्टेशन पर हमला, 3 जवान शहीद, 4 आतंकी ढेर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकस्मिक लाहौर यात्रा के महज कुछ दिन बाद सशस्त्र पाकिस्तानी आतंकियों ने आज तड़के यहां एक वायु सेना स्टेशन पर हमला किया जिसके बाद दिनभर भीषण मुठभेड़ चली और उसमें तीन सुरक्षा...

पठानकोट में वायुसेना स्टेशन पर हमला, 3 जवान शहीद, 4 आतंकी ढेर
एजेंसीSun, 03 Jan 2016 01:26 AM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकस्मिक लाहौर यात्रा के महज कुछ दिन बाद सशस्त्र पाकिस्तानी आतंकियों ने आज तड़के यहां एक वायु सेना स्टेशन पर हमला किया जिसके बाद दिनभर भीषण मुठभेड़ चली और उसमें तीन सुरक्षा कर्मी एवं चार घुसपैठिए मारे गए। 

वहां रखे जंगी जेट विमानों और लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को नष्ट करने के स्पष्ट इरादे से सैनिकों के भेष में पहुंचे आतंकवादियों के समूह ने वायुसेना स्टेशन को तहस नहस की कोशिश तो की, लेकिन वे उसके बाहरी हिस्से से आगे नहीं जा पाए। यह वायुसेना स्टेशन अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर है।

भीषण मुठभेड़ में एक कमांडो तथा वायुसेना के दो कर्मी शहीद हो गए और चार आतंकवादी मारे गए। कम से कम छह सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गए।

उच्च पदस्थ रक्षा सूत्रों ने मारे गए आतंकवादियों की संख्या चार बताई है जबकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया था, मैं पठानकोट अभियान में सभी पांच आतंकवादियों का सफलतापूर्वक सफाया करने के लिए अपने सशस्त्र बलों एवं अन्य सुरक्षाबलों को बधाई देता हूं। हालांकि बाद में यह ट्वीट हटा लिया गया।

लाहौर जाकर बड़ा राजनीतिक जोखिम लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैसुरू में कहा कि मानवता के दुश्मनों ने हमला किया, क्योंकि वे भारत को तरक्की करते हुए नहीं देखना चाहते हैं।

मोदी ने यह कहते हुए सुरक्षाबलों पर गर्व प्रकट किया कि उन्होंने आतंकवादियों को सफल नहीं होने दिया।

माना जाता है कि हमलावर पाकिस्तान से आए थे। ऐसी अटकल भी है कि वे कांधार विमान अपहरण प्रकरण से संबद्ध मौलाना मसूद अजहर की अगुवाई वाले जैश ए मोहम्मद से जुड़े हों। बताया जाता है कि ये आतंकवादी तीन दिन पहले भारत में घुसे थे।

आतंकवादियों ने तड़के साढ़े तीन बजे हमला किया और उनका स्पष्ट निशाना मिग-21 जंगी विमान और एमआई 25 जंगी हेलीकॉप्टर थे। वायुसेना के किसी स्टेशन पर यह आतंकवादियों का पहला हमला था।

राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए करेगी लेकिन जैश ए मोहम्मद (की संलिप्तता) की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। आतंकवादियों के पास अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, 53 एमएम के मोर्टार, एके राइफल्स और जीपीएस मशीन थे।

आतंकवादियों की जो बातचीत पकड़ी गई है, उसके आधार पर सुरक्षा एजेंसियों को यकीन है कि नजीर नामक व्यक्ति आतंकवादियों की अगुवाई कर रहा था जो पाकिस्तान के बहावलपुर का रहने वाला था।
     
रक्षा सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी जंगल के रास्ते से करीब 2000 एकड़ क्षेत्र में फैले वायुसेना स्टेशन में दाखिल हुए, जहां उनका सामना गरूड़ कमांडो की त्वरित कार्रवाई टीम से हुआ। वे 400 मीटर तक आ गए थे लेकिन उस जगह से 700 मीटर दूर थे जहां जंगी विमान एवं हेलीकॉप्टर रखे थे।
     
इस हमले के मद्देनजर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर अपनी गोवा यात्रा बीच में छोड़कर दिल्ली लौट आए जहां उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल एवं सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया।
     
वायुसेना ने एक बयान में कहा कि सभी एजेंसियों की सही समय पर त्वरित कारवाई से वायुसेना की कीमती परिसंपत्तियों को नष्ट करने की आतंकवादियों की संभावित साजिश विफल कर दी गई।

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादी वायु सेना स्टेशन परिसर के बाहरी घेरे के पास बने लंगर (खाने की जगह) से आगे नहीं बढ़ सके क्योंकि सुरक्षा बल उनका मुकाबला करने के लिए तैयार थे। आतंकियों के खिलाफ अभियान डोभाल की सीधी निगरानी में चलाया गया।

 

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