वेरीजॉन ने याहू को 5 अरब डॉलर में खरीदा
कभी इंटरनेट जगत की बादशाह रही इंटरनेट कंपनी याहू को वेरीजॉन ने करीब पांच अरब डॉलर में खरीद लिया है। याहू और वेरीजॉन का सौदा 2017 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है। इसके लिए याहू के अंशधारकों...
कभी इंटरनेट जगत की बादशाह रही इंटरनेट कंपनी याहू को वेरीजॉन ने करीब पांच अरब डॉलर में खरीद लिया है। याहू और वेरीजॉन का सौदा 2017 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है। इसके लिए याहू के अंशधारकों की मंजूरी लेनी जरूरी होगी। वेरीजॉन ने पिछले साल लड़खड़ाते मीडिया हाउस एओएल को 4.4 अरब डॉलर में खरीदा था। याहू अब वेरीजॉन के एओएल मीडिया कंपनी का हिस्सा होगी।
सीईओ मैरीसा मेयर की छुट्टी नहीं होगी
सीईओ मैरीसा मेयर ने संकेत दिए हैं कि वह एओएल के सीईओ टिम आर्मस्ट्रांग के साथ कंपनी के इंटरनेट कारोबार को आगे बढ़ाएंगी। मैरीसा गूगल में कई साल टिम के साथ काम कर चुकी हैं। इस सौदे में याहू की नकदी, अली बाबा समूह और याहू जापान में उसकी हिस्सेदारी शामिल नहीं है। इनकी कीमत आज अरबों डॉलर में है।
याहू का इंटरनेट कारोबार
कैलीफोर्निया के सुनिवेल स्थित याहू इंक के मूल इंटरनेट कारोबार में याहू मेल, याहू न्यूज, याहू फाइनेंस और याहू स्पोर्ट्स शामिल हैं। पिछले आठ सालों में कंपनी की कमाई लगातार गिरती चली जा रही थी। याहू आंसर, एडवरटाइजिंग, ऑनलाइन मैपिंग भी उसकी सेवाओं में शामिल है।
वेरीजॉन सबसे बड़ी वायरलेस सेवा कंपनी
वेरीजॉन अमेरिका का सबसे बड़ी वायरलेस सेवा प्रदाता कंपनी है। वह अपने करोड़ों ग्राहक सीधे याहू की न्यूज साइट का फायदा दे सकेगी। विज्ञापन के लिए उसे गूगल और फेसबुक पर ज्यादा निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। एओएल के तहत हफिंगटन पोस्ट, टेकक्रंच और इंडगैजेट जैसी न्यूज साइटें हैं।
सर्च-सोशल मीडिया की अनदेखी भारी पड़ी
इंटरनेट कंपनियों से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि सर्च इंजन, मोबाइल और सोशल मीडिया की अनदेखी करना याहू को भारी पड़ा। गूगल और फेसबुक के मुकाबले वजूद कायम रखने के लिए याहू ने दो दशक में कई सीईओ और सॉफ्टवेयर विशेषज्ञों की सेवाएं लीं। लेकिन कोई भी कंपनी को उबार नहीं सका।
सर्च इंजन को बेहतर नहीं बनाया
लेकिन याहू ने मल्टीमीडिया कारोबार बनाने के प्रयास में इंटरनेट सर्च पर आगे ध्यान नहीं दिया। इसने गूगल को धाक जमाने का मौका दिया। सोशल नेटवर्किंग साइट का आगाज करने में भी याहू गूगल, फेसबुक के मुकाबले काफी देरी की और स्मार्टफोन और टैबलेट से इंटरनेट कारोबार को जोड़ने की गंभीर कोशिश नहीं की। देर से जागी कंपनी ने 2004 में 02 अरब डॉलर देकर दो सर्च टेक्नोलॉजी फर्म की मदद ली, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
चार साल में बदल गई तस्वीर
1995 में जब टिमोथी कूगल ने कमान संभाली तो याहू के छह कर्मचारी थे और कोई कमाई नहीं थी। लेकिन 1997 तक याहू सर्वाधिक देखी जाने वाली वेबसाइट बन गई। उसकी मुफ्त मेल, न्यूज और चैट सेवा के 2.5 करोड़ यूजर बन गए।
2000 में उसके पास 10 करोड़ ग्राहक, दो हजार कर्मचारी और 125 अरब डॉलर का बाजार था। आॠनलाइन विज्ञापन का ईजाद कर उसने तहलका मचाया था। लेकिन 2001 आते-आते 20 माह में 93 फीसदी शेयर गिर गए।
गूगल को खरीदने का मौका गंवाया
याहू ने वर्ष 2000 में सर्च कंटेंट, सर्च बॉक्स की ब्रांडिंग के लिए गूगल की सेवाएं ली थीं। तब के याहू सीईओ टेरी सेमेल ने तब गूगल के संस्थापक लैरी पेज को एक अरब डॉलर में कंपनी बेचने का प्रस्ताव भी दिया था, लेकिन थोड़ी रकम को लेकर सौदा नहीं हुआ। 2002 में गूगल शीर्ष सर्च इंजन बन गया।
फेसबुक की कीमत भी पहचान नहीं सकी
वर्ष 2006 में याहू ने फेसबुक को भी एक अरब डॉलर में खरीदने का सौदा किया, लेकिन कीमत को लेकर यहां भी सौदा नहीं हो पाया। आज फेसबुक का बाजार मूल्य 340 अरब डाॠलर है।
माइक्रोसॉफ्ट की 45 अरब डॉलर की पेशकश ठुकराई
जनवरी 2008 में जेरी यंग खुद सीईओ बने, उस वक्त माइक्रोसॉफ्ट ने याहू को उसके बाजार से 60 फीसदी ज्यादा दाम में खरीदने के लिए 45 अरब डॉलर की आकर्षक पेशकश की थी। लेकिन याहू ने यह मौका गंवा दिया। नवंबर में यंग ने इस्तीफा दे दिया।
गूगल की दिग्गज मैरीसा भी नाकाम रहीं
याहू ने 2012 में मैरीसा को सीईओ बनाया। उन्होंने मेल, फोटो शेयरिंग साइट फ्लिकर, ऑनलाइन वीडियो और सर्च पर ध्यान दिया। नई तकनीक पाने के लिए दो अरब डाॠलर से 50 स्टार्टअप भी खरीदे। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। गूगल, फेसबुक, ट्विटर जैसी इंटरनेट कंपनियों के मुकाबले वह वजूद कायम नहीं रख सकी।
इतिहास बनकर रह गई
22 साल पुरानी कंपनी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र जेरी यंग और डेविड फिलो ने 1994 में याहू की स्थापना की। वर्ष 2015 में उसके हर माह के 70 करोड़ पाठक थे और वह सबसे चौथी सबसे पसंदीदा वेबसाइट रही।
दो दशक में छह सीईओ बदले
टिमोथी कूगल, टेरी सेमेल, जेरी यंग, कैरोल बार्ट्ज, स्काॠट थांपसन और मैरीसा मेयर क्रमश : सीईओ बने।
130 अरब डॉलर आंकी गई थी एक वक्त याहू की कीमत
04.83 अरब डॉलर में बिक गई कंपनी वेरीजाॠन के हाथों
01 अरब से ज्यादा इंटरनेट यूजर का दावा याहू का
20 करोड़ सक्रिय यूजर याहू के, विशेषज्ञों के मुताबिक
दिग्गजों की डिजिटल कमाई
160 अरब डॉलर का डिजिटल विज्ञापन का कारोबार
गूगल : 27 अरब डॉलर
फेसबुक : 10 अरब डॉलर
वेरीजॉन : 3.6 अरब डॉलर
छंटनी का खतरा
हजारों कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है याहू से
1900 याहू कर्मियों को पहले ही हटा चुकी हैं मैरीसा