फोटो गैलरी

Hindi News‘हिन्दुस्तान’ संग बीएसए पहुंचे बेटियों के घर

‘हिन्दुस्तान’ संग बीएसए पहुंचे बेटियों के घर

शिक्षा से वंचित किये जाने पर छह दिन पहले तीन बेटियों ने घर छोड़ दिया था। गनीमत रही कि समय रहते पुलिस ने उन्हें बलिया रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया और उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाया। इसके बाद...

‘हिन्दुस्तान’ संग बीएसए पहुंचे बेटियों के घर
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 24 Apr 2015 07:02 PM
ऐप पर पढ़ें

शिक्षा से वंचित किये जाने पर छह दिन पहले तीन बेटियों ने घर छोड़ दिया था। गनीमत रही कि समय रहते पुलिस ने उन्हें बलिया रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया और उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाया। इसके बाद ‘हिन्दुस्तान’ ने अपनी जिम्मेदारी निभायी। बेटियों की शिक्षा का इंतजाम हो सके, इसके लिए हमने मुहिम चलायी। शुक्रवार को हमारी यह मुहिम रंग लाती दिखी।

बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ‘हिन्दुस्तान’ के साथ बेटियों के घर पहुंचे। करीब एक घंटे तक उनके पिता, भाई व तीनों बहनों से अलग-अलग बात की। अंतत: परिणाम सार्थक निकला और सभी को विद्यालय में प्रवेश दिलाने का खाका तैयार हो गया। अपनी जिज्ञासाओं व मन में उठ रहे तमाम सवालों के समाधान के बाद बेटियों का पिता भी उनके प्रवेश को राजी हो गया।

तय हुआ कि प्राइमरी में पढ़ने वाली दो बेटियों का प्रवेश परिषदीय विद्यालय में कराया जायेगा, जबकि एक बेटे व बड़ी बेटी का प्रवेश लालगंज स्थित एक इंटर कालेज में होगा। बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए बीएसए ने कोचिंग की भी व्यवस्था करायी। जिम्मा लिया कि 12वीं तक की पढ़ाई का इंतजाम वे खुद करेंगे। अपने विभाग के एक शिक्षक से साइकिल, बैग, ड्रेस व कॉपी-किताब की व्यवस्था करायी।

दोपहर बाद करीब दो बजे बीएसए बेटियों के घर पहुंचे। वहां पिता, एक बेटा व तीनों बेटियों से बारी-बारी से बात की। एक घंटे तक के विमर्श के बाद प्रवेश के लिए विद्यालयों का चयन हो गया। तय हुआ कि कक्षा 8 में बेटा व कक्षा सात में बड़ी बेटी का प्रवेश घर से करीब डेढ़ किमी दूर स्वतंत्रता सेनानी सुदर्शन सिंह इंटर कालेज बहुआरा में होगा, जबकि कक्षा तीन व पांच में पढ़ने वाली बेटियों का प्रवेश घर से चंद कदम की दूरी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय जयछपरा में कराने पर सहमति बनी।

पिता ने भी अपनी हामी भरी। बीएसए के निर्देश पर एनपीआरसी सोनबरसा अजय तिवारी ने एक साइकिल के अलावा बैग, कापी-किताब व ड्रेस उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली। बीएसए ने 12वीं तक की पूरी पढ़ाई का खर्च वहन करने का जिम्मा लिया। बेटियों के पिता की इच्छा पर बीएसए ने मौके से ही कोचिंग संचालक को फोन किया। एनपीआरसी, प्राथमिक शिक्षक संघ बैरिया के अध्यक्ष सुनील सिंह व कुछ अन्य शिक्षकों को जिम्मेदारी दी कि अगले एक-दो दिन में सारी व्यवस्था उपलब्ध करा देंगे। शनिवार से बच्चों के स्कूल भेजने पर भी पिता राजी हो गया।

इस दौरान एबीआरसी राजेश कुमार ओझा, एबीआरसी बैरिया भरत प्रसाद गुप्त, एनपीआरसी प्रेमशंकर पाठक, विश्वनाथ पांडे, सुधीर कुमार सिंह, मनीष कुमार सिंह, श्रीभगवान सिंह, भानु प्रकाश द्विवेदी, विनोद कुमार चौबे, जितेन्द्र कुमार तिवारी, बृजबिहारी उपाध्याय आदि थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें