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झारखंड में भी आंधी-पानी का कहर

झारखंड में भी आंधी-पानी ने कहर मचाया। तूफन में कई जिलों में मकानों की दीवारें ढह गईं। पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इससे रास्ते रुक गए और विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। कोल्हान और खूंटी में ज्यादा नुकसान...

झारखंड में भी आंधी-पानी का कहर
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 28 Apr 2015 08:36 PM
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झारखंड में भी आंधी-पानी ने कहर मचाया। तूफन में कई जिलों में मकानों की दीवारें ढह गईं। पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इससे रास्ते रुक गए और विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। कोल्हान और खूंटी में ज्यादा नुकसान हुआ है। लातेहार, रामगढ़, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा में सबकुछ अस्तव्यस्त हो गया।

खूंटी में शहर तथा आसपास के क्षेत्र में दर्जनों पेड़ गिर गए। कर्रा रोड पर बिजली के 14 पोल गिर गए। एक पोल तो इंडिका कार पर जा गिरा। देर शाम तक विद्युतापूर्ति ठप रही और रास्ते बंद रहे।

रामगढ़ के गोला में एक घंटे के आंधी-तूफान और तेज बारिश के दौरान अंधेरा छा गया। पेड़, खंभे, घरों की सीमेंट चादर और स्टील की छत उखड़ गए। गोला, रजरप्पा, चितरपुर, पेटरवार, मूरी आदि जगहों में बिजली सप्लाई बंद हो गई। मगनपुर में पेड़ और कच्चे मकान ध्वस्त हो गए।
गुमला में 20 मिनट तक रहे तूफान में घरो के छप्पर, पेड़, बिजली-टेलीफोन के खंभे, होर्डिंग और साइन बोर्ड गिर गए।

घाघरा प्रखंड मुख्यालय सहित कई गांवों में भारी नुकसान हुआ है। सिसई और आस-पास के क्षेत्रों में भी यही हाल नजर आया। लातेहार के चंदवा में बारिश के साथ ओले पड़े। इससे फसलों को फिर से भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। लोहरदगा में आंधी-पानी ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया।

जमशेदपुर में एस्बेस्टस और झोपड़ीनुमा लगभग सौ घरों के छत उड़ गए। कहीं दीवार गिरी तो कहीं पेड़ गिर गया। पेड़ और दीवार के नीचे दो कार और आधा दर्जन से ज्यादा दोपहिया वाहन दब गए। साकची के सबसे पुराने टीनाशेड मार्केट का एक शेड गिरा, जिससे दो लोगों को चोट लगी है। वर्कर्स कालेज के निकट बिजली का खंभा गिर गया। पुलिस के 22 सीसीटीवी कैमरे तूफान की जद में आकर बंद हो गए। छायानगर और कपाली मिल्लत नगर के लगभग सौ घरों को नुकसान हुआ है।

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