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हेडली गवाही: बाल ठाकरे थे निशाने पर, उद्धव के PRO रेगे से की दोस्ती

26/11 मुंबई हमला मामले में पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने शुक्रवार को मुंबई की एक विशेष अदालत को  बताया कि उसने शिवसेना भवन के अंदर दाखिल होने के लिए उद्घव ठाकरे के पीआरओ...

हेडली गवाही: बाल ठाकरे थे निशाने पर, उद्धव के PRO रेगे से की दोस्ती
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 12 Feb 2016 02:05 PM
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26/11 मुंबई हमला मामले में पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने शुक्रवार को मुंबई की एक विशेष अदालत को  बताया कि उसने शिवसेना भवन के अंदर दाखिल होने के लिए उद्घव ठाकरे के पीआरओ राजाराम रेगे से गहरी दोस्ती की थी। उससे उसकी मुलाकात दादर के शिवसेना मुख्यालय में हुई थी। उनके निशाने पर बाल ठाकरे और शिवसेना भवन था। रेगे से दोस्ती के लिए साजिद मीर ने कहा था।

हेडली ने बताया कि उसने हमले के लिए सिद्धिविनायक मंदिर और नौसेना स्टेशन का चयन करने के लिए लश्कर को हतोत्साहित किया क्योंकि तब 10 हमलावरों को केवल उन्हीं लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ेगा।

उसने अदालत को बताया कि लश्कर के मेजर इकबाल ने उससे भविष्य में बार्क (बीएआरसी) के कुछ कर्मियों को भर्ती करने को कहा था, जो आईएसआई के लिए काम करें। उसने जुलाई 2008 में बीएआरसी की यात्रा की और उसकी वीडियोग्राफी की।

उसने बताया कि उसने 10 हमलावरों की पहचान छुपाने के लिए सिद्धिविनायक मंदिर से लाल और पीले रंग के पवित्र धागे खरीदे थे ताकि लोग उन्हें हिंदू ही समझें। लश्कर ने चबाड हाउस का चयन इसलिए किया क्योंकि यह एक अंतरराष्ट्रीय स्थल था, जहां यहूदी और इस्राइली लोग रह रहे थे।

मुंबई की अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हेडली अमेरिका के किसी गुप्त स्थान से आज चौथे दिन गवाही दे रहा है। हेडली ने बताया कि जब वह 1 जून से 30 जून 2008 के बीच पाकिस्तान में था तो वह साजिद मीर, अबू कहफा, अब्दुर रहमान पाशा, लखवी और मेजर इकबाल से मिला था। उन लोगों से उसने हमले वाली जगहों के बारे में चर्चा की थी।

उसने बताया कि लखवी ने कहा था कि यह हमला बहुत ही महत्वपूर्ण है। भारत के पाक में कराए गए सभी हमलों का यह एक जवाब होगा। यह हमारा बदला होगा।

हेडली ने बताया कि 26/11 के हमलावारों के लिए जगहों का चयन करने के लिए उसने गेटवे ऑफ इंडिया, वर्ली और कुफी परेड का दौरा किया था, जिसमें हमले के लिए कुफी परेड को तय किया गया।

उसने बताया कि 9 से 15 अप्रैल 2008 के बीच मुंबई दौरे के बाद जब वह पाकिस्तान गया तो उसने साजिद मीर और मेजर इकबाल से मुलाकात की और उनको हमले के लिए चयनित जगहों का वीडियो दिखाया। उसने मुंबई एयरपोर्ट की रेकी भी की थी लेकिन एयरपोर्ट को हमले की जगहों में शामिल नहीं करने से मेजर इकबाल नाखुश था।

उसने बताया कि वह 15 अप्रैल से 30 जून 2008 के बीच पाकिस्तान में था। लेकिन इस दौरान लगभग मई में वह न्यूयॉर्क और फिलाडेल्फिया भी गया था। इस दौरान उसने तहव्वुर राणा से टेलीफोन पर बातचीत की थी। उसमें उसने अपने मुंबई दौरे और हमले वाली जगहों के बारे में बताया था।

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