चीता और चेतक की जगह भारत मिलकर बनाएगा 200 कामोव हेलीकाप्टर
भारत और रूस करीब एक अरब डॉलर के सौदे के तहत 200 कामोव 226टी हेलीकाप्टरों का देश में ही उत्पादन करने संबंधी एक समक्षौते पर इस सप्ताहांत हस्ताक्षर कर सकते हैं। ये हेलीकाप्टर देश के पुराने चीता और चेतक...
भारत और रूस करीब एक अरब डॉलर के सौदे के तहत 200 कामोव 226टी हेलीकाप्टरों का देश में ही उत्पादन करने संबंधी एक समक्षौते पर इस सप्ताहांत हस्ताक्षर कर सकते हैं। ये हेलीकाप्टर देश के पुराने चीता और चेतक हेलीकाप्टरों का स्थान लेंगे। इस समक्षौते पर हस्ताक्षर गोवा में 13 से 16 अक्तूबर के बीच आयोजित होने वाले 2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर होने की उम्मीद है। इस दौरान भारत के साथ सैन्य प्रौद्योगिकी सहयोग एवं व्यापार संबंधों को मजबूती प्रदान करने के बारे में कई दौर की बातचीत होंगी।
रोस्टेक स्टेट कारपोरेशन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, केए़़ 226टी हेलीकाप्टरों के उत्पादन के वास्ते एक संयुक्त उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिए एक समक्षौते पर हस्ताक्षर ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान होने की उम्मीद है। रोस्टेक स्टेट कारपोरेशन 700 रूसी कंपनियों का एक संगठन है जिसकी स्थापना 2007 में सैन्य एवं असैन्य उददेश्यों के लिए उच्च प्रौद्योगिकी वाले औद्योगिक उत्पादों के विकास, उत्पादन एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। यह समक्षौता रूस और भारत के बीच हेलीकाप्टर उत्पादन एवं सेवा में सहयोग में अगला बड़ा कदम होगा।
प्रारंभिक समक्षौते पर हस्ताक्षर रोस्टेक के प्रमुख सर्गेई चेमेजोव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गत वर्ष दिसम्बर में किया गया था। इसके अलावा स्टेट कारपोरेशन के प्रमुख रूसी हेलीकाप्टर निर्यात एवं बिक्री के बाद सर्विसिंग पर एक श्रंखलाबद्ध बातचीत करेंगे। चेमेजोव 2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रोस्टेक प्रतिनिधिमंडल का नेतत्व करेंगे। उन्होंने कहा, 200 केए़़226टी हेलीकाप्टरों के निर्यात एवं संयुक्त उत्पादन का समक्षौता रूस और भारत के बीच व्यापार एवं औद्योगिक संबंधों के ढांचे की प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। हमारी योजना इसे सैन्य प्रौद्योगिकी और असैन्य क्षेत्रों में विस्तारित करने की हैं।