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जब बच्चों ने सुनाए अपने पेट्स की करामातों के किस्से

लो आज उन चीजों पर बात करते हैं, जो तुम्हें हंसाती हैं। कोई मजेदार चुटकुला, गुदगुदी, कोई कार्टून शो...। वैसे तुम्हारे पेट्स यानी पालतू जानवर भी तो कई बार अपनी अटपटी हरकतों से तुमको हंसाते हैं। है न!...

जब बच्चों ने सुनाए अपने पेट्स की करामातों के किस्से
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 20 Apr 2017 04:38 PM
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लो आज उन चीजों पर बात करते हैं, जो तुम्हें हंसाती हैं। कोई मजेदार चुटकुला, गुदगुदी, कोई कार्टून शो...। वैसे तुम्हारे पेट्स यानी पालतू जानवर भी तो कई बार अपनी अटपटी हरकतों से तुमको हंसाते हैं। है न! हो सकता है, तुमने अपने पसंदीदा जानवर को अपने घर लाने के लिए मम्मा से खूब जिद की हो। या हो सकता है कि पापा ने उसे तुम्हारे बर्थडे पर गिफ्ट किया हो। यह तुम्हारे घर कैसे भी आया हो, एक बात तो पक्की है कि तुम्हारे पास इससे जुड़े कई ऐसे किस्से होंगे, जिन्हें तुम कभी नहीं भूल पाओगे। कुछ ऐसे ही खास किस्से सुनाए इन बच्चों ने
 
फोन से बात की, तब डॉलर ने खाया खाना
मानवी भाटिया, क्लास 4

डॉलर मेरे घर में तब से है, जब मैं पैदा भी नहीं हुई थी। हम बहुत अच्छे दोस्त हैं। वह मेरे साथ ही खाना खाता है। जब मैं कहीं जाती हूं तो वह मेरे साथ ही जाता है। एक बार मुझे अपनी नानी के यहां जाना था। उस वक्त घर में कार नहीं थी तो पापा स्कूटर पर डॉलर को साथ नहीं ले जा पाए। उस दिन मैं रात को नानी के घर ही रुक गई। उस दिन डॉलर इतना उदास हो गया कि उसने खाना खाने से मना कर दिया। फिर मम्मी ने मुझे कॉल किया और डॉलर के कान में फोन का रिसीवर लगा दिया। मैंने उससे कहा, ‘खाना खा लो डॉलर, कल शाम को घूमने चलेंगे।’ यह सुनते ही डॉलर ने खाना खा लिया।
 
टीचर पर भौंकता है पीकू
अंशिका श्रीवास्तव, क्लास 6

मेरा डॉग पीकू हमेशा मेरे साथ ही रहता है। वह अकेला तभी रहता है, जब मैं स्कूल जाती हूं। उसे मुझसे सबसे ज्यादा लगाव है। मुझ पर कोई गुस्सा करे तो वो नाराज हो जाता है। उसके सामने मम्मा भी मुझे नहीं डांट पाती हैं। यह बात मेरे ट्यूशन वाले सर को नहीं पता थी। उन्होंने कुछ ही दिन पहले मुझे पढ़ाना शुरू किया था। एक दिन जब मैंने उनका होमवर्क पूरा नहीं किया तो वह मुझे डांटने लगे। पीकू वहीं बैठा था। जैसे ही उन्होंने मुझे डांटना शुरू किया, पीकू उनके ऊपर कूद पड़ा। उन पर खूब भौंका। वह काफी डर गए। बाद में मेरे ट्यूशन के टाइम पर पीकू को दूसरे कमरे में रखा जाने लगा। 

उसने घर फिर से ढूंढ़ लिया था
अर्नव, क्लास 5

पिछले साल मेरी फैमिली मनाली घूमने गई थी। जाने से एक दिन पहले शाम को मम्मी ने मेरे प्यारे तोते शोना को कुछ दूर रहने वाले मेरे चाचा के घर पर  छोड़ दिया। सुबह जब हम लोग स्टेशन जाने के लिए निकल रहे थे तो हमने देखा कि घर की मुंडेर पर शोना बैठा हुआ था। बाद में हमें पता चला कि शोना ने मुझसे मिलने के लिए पिंजरे का लॉक ही तोड़ दिया था। हालांकि लॉक पहले से ही थोड़ा ढीला था, पर फिर भी उसने वो खुद तो खोला ही था न। उसने चाचा के घर से मेरे घर तक का रास्ता भी ढूंढ़ निकाला। यह सुनकर मेरे परिवार के सारे लोग आश्चर्य कर रहे थे। और शोना की खुशी का ठिकाना नहीं था।

 

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