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Hindi Newsगांधी जी का चरखा टूटा, तकली गयी अतीत में...

गांधी जी का चरखा टूटा, तकली गयी अतीत में...

नटवर साहित्य परिषद की ओर से रविवार को सरैयागंज स्थित नवयुवक समिति ट्रस्ट में काव्य गोष्ठी हुई। इसमें कवियों ने काव्य रस की धारा प्रवाहित कर सबको ओतप्रोत कर दिया। नागेन्द्रनाथ ओझा ने गांधी जी का चरखा...

गांधी जी का चरखा टूटा, तकली गयी अतीत में...
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 30 Apr 2017 08:36 PM
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नटवर साहित्य परिषद की ओर से रविवार को सरैयागंज स्थित नवयुवक समिति ट्रस्ट में काव्य गोष्ठी हुई। इसमें कवियों ने काव्य रस की धारा प्रवाहित कर सबको ओतप्रोत कर दिया। नागेन्द्रनाथ ओझा ने गांधी जी का चरखा टूटा, तकली गयी अतीत में..., रणवीर अभिमन्यु ने हे बापू तू थे सच्चे, तू थे अच्छे..., देवेन्द्र कुमार ने चम्पारण का दर्द जुल्म है आतंक है... आदि के माध्यम से गांधी व चम्पारण यात्रा की याद दिलाई। ललन कुमार ने देखो अपना देश निराला..., हरिनारायण गुप्ता ने नहीं हो दुश्मनी, दोस्ती ही क्या मजा देगी... प्रस्तुत कर वाहवाही बटोरी। आचार्य चन्द्रकिशोर पाराशर, आलोक कुमार अभिषेक, रवि प्रकाश वोहरा, विनय कुमार शर्मा, विवेकानन्द शाही आदि की कविताएं भी सराही गयी। अंत में दो मिनट का मौन रख कवि अमरनाथ मेहरोत्रा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी। मौके पर रामउचित पासवान, हरिनारायण गुप्त, ललन कुमार आदि थे। संचालन नागेन्द्रनाथ ओझा व धन्यवाद ज्ञापन रणवीर अभिमन्यु ने किया।

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