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हैरान रह गए लोग, जब कूड़ेदान में मिली 2,000 आंखें

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने पीजीआई एमएस रोहतक में दान की गई आंखें कूड़ेदान में मिलने के मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। जांच चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के सचिव प्रदीप कासनी करेंगे।...

हैरान रह गए लोग, जब कूड़ेदान में मिली 2,000 आंखें
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 07 May 2015 02:08 PM
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हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने पीजीआई एमएस रोहतक में दान की गई आंखें कूड़ेदान में मिलने के मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। जांच चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के सचिव प्रदीप कासनी करेंगे। इस मामले की जांच पहले भी हो चुकी है, लेकिन इसमें कई खामियां होने के कारण स्वास्थ्य मंत्री ने दोबारा जांच के आदेश दिए हैं।

लोकसभा सत्र के दौरान हिसार से इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा में यह मामला उठाया था। उनका कहना था कि पी.जी.आई.एम.एस. रोहतक समेत हरियाणा के अन्य वरिष्ठ चिकित्सा संस्थानों में लोग आंखें दान करते हैं। आंखों का निर्धारित समयावधि में इस्तेमाल न होने के कारण चिकित्सकों ने उसे कूड़ेदान में फेंक दिया। चौटाला ने लोकसभा में दावा किया था कि पीजीआई प्रबंधन ने पूर्व समय के दौरान ऐसी करीब दो हजार आंखों को इस्तेमाल किए बगैर ही फेंक दिया।

केंद्र सरकार ने हरियाणा सरकार को इस मामले में कार्रवाई के आदेश जारी किए थे। इसके बाद यह मामला हरियाणा विधानसभा में भी उठा। इसके चलते हरियाणा सरकार ने चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के सचिव प्रदीप कासनी को जांच के आदेश दिए थे। कासनी ने इस कार्य के लिए तीन चिकित्सकों की एक कमेटी का गठन किया। हाल ही में इस टीम ने एक रिपोर्ट सरकार को दी है, जिस पर सरकार संतुष्ट नहीं है। इस रिपोर्ट में कई तरह की तकनीकी खामियां पाई गई हैं।

सूत्रों की मानें तो चिकित्सकों की टीम ने जांच में किसी को भी घटना के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया है। इससे रिपोर्ट में भेदभाव होने की आशंका को बल मिल रहा है। रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य सरकार नेत्रदान को प्रोत्साहित करना चाहती है, लेकिन इस तरह की घटनाएं सरकार की सकारात्मक नीतियों की राह रोकती है। इसलिए सरकार ने इस मामले की फिर से जांच करवाने का फैसला लिया है। विभाग के सचिव प्रदीप कासनी अब खुद इस मामले की जांच करेंगे। कासनी को पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

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