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Hindi News14 हजार फीट की ऊंचाई पर भीम बहादुर बने हैं भारत-चीन के बीच की कड़ी

14 हजार फीट की ऊंचाई पर भीम बहादुर बने हैं भारत-चीन के बीच की कड़ी

आज-कल की दुनिया में जहां लोग एक-दूसरे तक अपनी बात कुछ ही सेकेंड्स में पहुंचा देते हैं। वहीं सिक्किम के भीम बहादुर तमांग आज भी शेरथांग सीमा पोस्ट से चीन जाकर चिट्ठी का लेन-देन करते हैं। सिक्किम में...

14 हजार फीट की ऊंचाई पर भीम बहादुर बने हैं भारत-चीन के बीच की कड़ी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 16 Apr 2017 01:11 PM
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आज-कल की दुनिया में जहां लोग एक-दूसरे तक अपनी बात कुछ ही सेकेंड्स में पहुंचा देते हैं। वहीं सिक्किम के भीम बहादुर तमांग आज भी शेरथांग सीमा पोस्ट से चीन जाकर चिट्ठी का लेन-देन करते हैं।

सिक्किम में रहने वाले 61 साले के भीम बहादुर तमांग 25 सालों से पोस्टमैन की जॉब कर रहे हैं। भीम बहादुर हर गुरुवार की सुबह भारत और चीन के बीच पुल के रूप में काम करते हैं। भीम बहादुर मेल देने के लिए 14 हजार फुट की ऊचांई पर बर्फ के रास्ते नथुला पर्वतीय सीमा पार कर चीन जाते हैं। भीम बहादुर सुबह करीब 8:30 बजे भारतीय सीमा को पार करके चीन की सीमा में प्रवेश करते हैं। वो ये सब दोनों देशों के आधिकारिक मंजूरी लेने के बाद ही करते हैं।

दोनों देशों की इतनी कड़ी सुरक्षा के बीच भीम बहादुर चीन जाके एक शेड के अंदर चीनी युवक को चिट्ठी से भरा बैग देते हैं और उनसे भी एक बैग लेते हैं जिसमें भारतीय लोगों के लिए चिट्ठी होते हैं। भीम बहादुर ने बताया कि हम सिर्फ बैग का लेन-देन करते हैं, मेल मेनिफेस्ट पर हस्ताक्षर करते हैं और शेड को छोड़ देते हैं। हम कोई भी बातचीत नहीं है क्यों कि मुझे नेपाली और हिंदी भाषा आती है और मेरे चीनी दोस्तो को केवल चीन की भाषा आती है।

1992 में एक इंडो-चीनी समझौते ने औपचारिक रूप से प्रसिद्ध नाथुला पास सीमा पोस्ट के माध्यम से चिट्ठी के लेन-देन की मान्यता दी। नाथुला पास सीमा पोस्ट गंगटोक से लगभग 55 किमी दूर है। भीम बहादुर ने बताया की ये काम कभी बंद नहीं हुआ चाहे दोनों देशों में कितना भी तनाव पैदा हो गया हो।

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