#Suvichar: रतन टाटा की सफलता के 8 मंत्र, जिससे आपको मिलेगी कामयाबी
टाटा समूह को दुनिया में एक नई पहचान दिलाने वाले रतन टाटा ने सफलता की एक नई इबारत लिखी है। आज का युवा उनकी सफलता के मंत्र को अपने जीवन में उतार कर कामयाब होना चाहता है। उनका मानना है कि हर व्यक्ति में...
टाटा समूह को दुनिया में एक नई पहचान दिलाने वाले रतन टाटा ने सफलता की एक नई इबारत लिखी है। आज का युवा उनकी सफलता के मंत्र को अपने जीवन में उतार कर कामयाब होना चाहता है। उनका मानना है कि हर व्यक्ति में कुछ विशेष गुण और प्रतिभा होती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने अंदर मौजूद गुणों और प्रतिभा की पहचान करनी चाहिए। क्या हैं उनकी सफलता के मंत्र, आप भी पढे़ं-
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टाटा के संघर्ष की दास्तान
रतन टाटा का बचपन बहुत ही संघर्ष से भरा था। क्या आपको पता है, रतन टाटा ने पढ़ाई पूरी करने के बाद जब काम शुरू किया तो पहला काम क्या था। टाटा स्टील के ब्लास्ट फर्नेस में कोयला और चूना पत्थर झोंकने का काम।
25 साल की उम्र में जब उन्होंने टाटा स्टील ज्वाइन किया, तब पहले उनसे यही काम कराया गया था। क्या आप सोच सकते हैं यही शख्स एक दिन जाकर इतना बड़ा उद्योगपति बनेगा और दुनिया की सबसे सस्ती कार बनाएगा।
लेकिन इतने सालों का संघर्ष आसान नहीं था। कुछ विचारों से वे कभी अलग नहीं हुए और जीवन को उन्हीं सिद्धातों पर जीने की कोशिश की।
अगर हम भी अपने जीवन में उनके कुछ गुण उतार पाएं और उनकी राह पर चलने की कोशिश करें तो हमें भी सफलता जरूर मिलेगी।
रतन टाटा के अनमोल विचार-
1- व्यक्ति को अपनी योग्यता और परिस्थितियों के अनुसार अवसर एवं चुनौतियों की पहचान करनी चाहिए।
2-उस दिन जिस दिन मैं उड़ने के योग्य नहीं रहूंगा, वह दिन मेरे लिए सबसे मायूस दिन होगा।
3-विश्व के करोड़ों लोग मेहनत करते है लेकिन सबको इसका फल अलग-अलग प्राप्त होता हैं। इनसब के लिए मेहनत जिम्मेदार है। इसलिए मेहनत से मत भागीए, मेहनत करने के तरीकों में सुधार लाइए।
4-मैं हमेशा लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए कहता हूं। कहता हूं कि लोग प्रश्न पूछे जो अभी तक पूछे नहीं गए हैं।
5-नए विचारों को आगे रखे, नये आइडिया पर विमर्श करें ताकि दुनिया को और बेहतरीन बनाया जा सके।
6-किसी भी कार्य को पूर्ण करने की समय-सीमा होनी चाहिए और वे ही कार्य करना चाहिए जिसे करने में आनंद आता हो।
7-हर व्यक्ति में कुछ विशेष गुण और प्रतिभा होती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने अंदर मौजूद गुणों और प्रतिभा की पहचान करनी चाहिए।
8-हमें सफल व्यक्तियों से प्रेरणा लेनी चाहिए कि अगर वे सफल हो सकते है तो हम क्यों नहीं? परंतु प्रेरणा लेते समय आंखे खुली रखनी चाहिए।