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मोबाइल से भी सस्ती बिक रही बंदूकें, जानिए कहां

पाकिस्तान में हथियार लेना खिलौना खरीदना जितना आसान हैं। पेशावर शहर के करीब छोटे से शहर दर्रा आदमखेल में खुलेआम रूसी एके-47 से लेकर बुल्गारिया की एमपी5 बनाई और बेची जाती है।  वह भी मोबाइल फोन से...

मोबाइल से भी सस्ती बिक रही बंदूकें, जानिए कहां
एजेंसीWed, 31 Aug 2016 09:34 PM
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पाकिस्तान में हथियार लेना खिलौना खरीदना जितना आसान हैं। पेशावर शहर के करीब छोटे से शहर दर्रा आदमखेल में खुलेआम रूसी एके-47 से लेकर बुल्गारिया की एमपी5 बनाई और बेची जाती है।  वह भी मोबाइल फोन से कम कीमत पर। साथ ही एक साल की गारंटी भी देते हैं।

हथियारों की मंडी
पहाड़ों में बसा दर्रा आदमखेल पाकिस्तान का हथियारों का सबसे बड़ा काला बाजार है। छोटे से लेकर बड़े तक चोरी का हर तरह का हथियार यहां उपलब्ध है। करीब चार हजार दुकानों में हथियारों की खरीद-बिक्री होती है।

कबाड़ से होता है निर्माण
शहर के कारीगर कबाड़ से हथियार बनाने में माहिर हैं। पुराने समुद्री जहाजों के स्क्रैप (कबाड़) को इस्तेमाल में लाया जाता है। विक्रेताओं का दावा है कि एक बार देख लेने के बाद कारीगर हूबहू वैसा ही हथियार बनाकर दे देने में सक्षम हैं।

कीमत बेहद कम
इस अवैध मंडी में हथियारों की कीमत बेहद कम है। रूस निर्मित एके-47 करीब 13000 हजार पाकिस्तानी रुपये ( सवा आठ हजार भारतीय रुपये) और बुल्गारियाई एमपी5 सात हजार पाकिस्तानी रुपये (4500 भारतीय रुपये) में उपलब्ध है। दुकानदार ग्राहकों को बाकायदा परीक्षण के बाद बंदूकें देते हैं।

काबू करने में जुटी सरकार
पश्तून बहुल यह इलाका सिर्फ हथियार ही नहीं कभी हर तरह की अवैध चीजों का बड़ा अड्डा था। फर्जी डिग्री से लेकर गाड़ियों तक हर तरह की चीजें यहां मिलती थी। 1980 के दशक मेंयहां रौनक और बढ़ी। अफगानिस्तान से रूस को खदेड़ने में जुटे मुजाहिद्दीन यहां से बड़ी संख्या में हथियार खरीदते थे। बाद में पाकिस्तान तालिबान का कब्जा रहा। सरकार अब सख्ती बरत रही है।

ऐसे पूरे देश में जाते हैं अवैध हथियार
पाकिस्तान में सीमा पार से स्मगलिंग के जरिये ब्लूचिस्तान और खैबर पख्तूनवा के कई इलाकों में अवैध हथियार बिक्री के लिए आते हैं। यहां से ये जाफराबाद, जकोआबाद और शिकारपुर पहुंचते हैं। ये इनके प्राथमिक बाजार हैं जहां से इन्हें पूरे सिंध, कराची और पंजाब तक बेचा जाता है।

20 लाख लोगों के पास पाकिस्तान में हथियार हैं
8 लाख लोगों के पास इनमें से सिर्फ लाइसेंस
20 प्रतिबंधित बोर के लाइसेंस का कोटा हर साल मिलता है प्रत्येक पाक सांसद को
20 करोड़ डॉलर के अवैध हथियार हर साल सीमा पार कर पाकिस्तान के काला बाजार में बिक्री के लिए आते हैं
सिंध अकेला प्रांत है पाकिस्तान का जहां टॉय गन के खिलाफ कानून, लेकिन इसके तहत आजतक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई

 

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