अब तक 150 महिलाओं को छेड़ चुका है ये बंदर!
बिहार के अररिया जिले के बथनाहा गांव सहित आस-पास के लोगों को बंदर की तबाही से अब मुक्ति मिल गई है। वन विभाग पटना की टीम ने बंदर को ट्रेंक्यूलाइजर गन से घायल कर उसे कब्जे में लिया फिर उसे...
बिहार के अररिया जिले के बथनाहा गांव सहित आस-पास के लोगों को बंदर की तबाही से अब मुक्ति मिल गई है। वन विभाग पटना की टीम ने बंदर को ट्रेंक्यूलाइजर गन से घायल कर उसे कब्जे में लिया फिर उसे बेतिया के घने जंगलों मे छोड़ दिया। बताया जाता है कि पकड़े जाने से पहले इस बंदर ने करीब डेढ़ सौ महिला और पुरूषों को निशाना बनाया था।
सूत्रों की मानें तो बंदर ने बथनाहा सहित आस-पास के क्षेत्र में अपने कृत्य से तबाही मचा रखी थी। पुरूषों को काटना और महिलाओं से छेड़छाड़ करना बंदर का मुख्य शगल था।
लोगों ने मामले की सूचना स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों को दी और फोरेस्टर हेमचन्द्र मिश्रा के निर्देश पर विभागीय पदाधिकारी और कर्मियों ने कोशिश भी की मगर बंदर हाथ नही लगा। बंदर के बढ़ते जुल्म को देखते हुए बथनाहा वन विभाग की टीम ने पटना वन विभाग की टीम से मदद मांगी जिसके बाद पटना वन विभाग की टीम बथनाहा पहुंच कर कार्य को अंजाम दिया।
पटना वन विभाग की टीम ने ट्रेंक्यूलाइजर गन के द्वारा नशे के टेबलेट से बंदर को घायल किया और उसके बाद उसे बिहार के बेतिया के घने जंगल मे छोड़ दिया। पटना टीम में एक पदाधिकारी, एक चिकित्सक और एक शिकारी मौजूद थे। टीम का कहना था कि बंदर पूर्व में पालतू होने और किसी फैमिली में रहते हुए परिवारिक औरतों के साथ छेड़खानी की उसमें प्रवृत्ति आने की आशंका से इंकार नही किया जा सकता।
मामले की पुष्टि करते हुए बथनाहा फोरेस्टर हेमचंद मिश्रा ने बताया कि बंदर ने तबाही मचा रखी थी और डेढ़ सौ से ज्यादा लोगो को काट रखा था। इसके अलावा महिलाओं से छेड़खानी की शिकायत मिल रही थी। इसके बाद बंदर को पटना वन विभाग की टीम की मदद से पकड़ उसे बेतिया के जंगल मे छोड़ दिया गया।