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मंदिर की दानपेटी में पड़े-पड़े सड़ गये दो लाख से अधिक के नोट

मंदिर की नई और पुरानी कमेटी के बीच की आंतरिक लड़ाई में दानपेटी में रखे दो लाख से अधिक रुपए सड़-गल गए। अब नई कमेटी मंदिर को हुए आर्थिक नुकसान के लिए प्रशासन से जवाबदेही तय करने और इसकी भरपाई की मांग कर...

मंदिर की दानपेटी में पड़े-पड़े सड़ गये दो लाख से अधिक के नोट
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 01 Mar 2016 12:23 PM
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मंदिर की नई और पुरानी कमेटी के बीच की आंतरिक लड़ाई में दानपेटी में रखे दो लाख से अधिक रुपए सड़-गल गए। अब नई कमेटी मंदिर को हुए आर्थिक नुकसान के लिए प्रशासन से जवाबदेही तय करने और इसकी भरपाई की मांग कर रही है। कमेटी ने इसके लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने का भी मन बनाया है। मामला शहर के ततमा टोली श्री राम जानकी गोकुल सिंह ठाकुरबाड़ी का है जो बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के अधीन है।

पिछले चार साल से दानपेटी की चाबी तत्कालीन कमेटी के जिम्मे थी और इस बीच दानपेटी को खोला नहीं गया था। नई कमेटी को काफी जद्दोजहद के बाद इसी महीने जब चाभी सौंपी गई तब दान में लाखों रुपए के सड़ने-गलने का राज खुला। इस मुद्दे को लेकर इस ठाकुरबाड़ी के संस्थापक सह उपाध्यक्ष रोहित यादव ने जिम्मेदारी का सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि प्रशासन तय करे कि किसकी लापरवाही से आम भक्तों के दान के पैसे सड़-गल गए और किसने भक्तों की भावनाओं पर आघात किया। यादव ने कहा कि यदि प्रशासन ने पहल नहीं की तो वह इंसाफ के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। 2008 में पुरानी कमेटी भंग हो गई थी।


दान पेटी में सालाना औसतन 50 हजार रुपए आते रहे हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो दो लाख से अधिक का नुकसान है। इस नुकसान की भरपाई के लिए कानून की मदद ली जाएगी।- रोहित यादव, उपाध्यक्ष, श्री राम जानकी गोकुल सिंह ठाकुरबाड़ी

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