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स्टेट का यह स्कूल अपने सिलेबस में शामिल करेगा कल्चरल डांस

कोल्हान विश्वविद्यालय ने छऊ नृत्य की पढ़ाई शुरू कराने की कवायद शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय ने सरायकेला के काशी साहू कॉलेज के प्राचार्य को छऊ नृत्य का सिलेबस भेज दिया है। सिलेबस को छऊ के जानकारों को...

स्टेट का यह स्कूल अपने सिलेबस में शामिल करेगा कल्चरल डांस
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 27 Aug 2016 01:32 PM
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कोल्हान विश्वविद्यालय ने छऊ नृत्य की पढ़ाई शुरू कराने की कवायद शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय ने सरायकेला के काशी साहू कॉलेज के प्राचार्य को छऊ नृत्य का सिलेबस भेज दिया है। सिलेबस को छऊ के जानकारों को उपलब्ध कराया जाएगा। 

प्राक्कलन भेजा जाएगा

इस कला के जानकारों से जानकारी मांगी जाएगी कि इसकी पढ़ाई प्रारंभ करने में कितने शिक्षकों की जरूरत होगी। जब सभी शिक्षकों के बारे में अपनी राय देंगे, उसके बाद कितनी कक्षाएं होंगी, इन सभी जानकारियों के आधार पर एक प्राक्कलन तैयार कर विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजा जाएगा। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन आगे की प्रक्रिया पूरी करेगा। 

छह शिक्षकों की होगी जरूरत

सरायकेला छऊ कला केंद्र के निदेशक तपन पटनायक ने कहा कि उन्हें अब तक सिलेबस नहीं मिला है। उन्हें कॉलेज और विश्वविद्यालय से जरूर सूचना मिली है कि छऊ की पढ़ाई शुरू करने में कितने शिक्षकों की जरूरत होगी, इसके बारे में बताएं। तपन ने कहा कि छऊ कला के अंदर कई उप विधाएं हैं। उन अलग-अलग विधाओं के अलग-अलग शिक्षक हैं। छऊ कला की पढ़ाई में कम से कम छह शिक्षकों की जरूरत होगी। मास्क, परिखंडा, छऊ नृत्य, ढोल और संगीत के अलग-अलग शिक्षक होंगे। इन सभी विधाओं के लिए अनिवार्य रूप से शिक्षक बहाल करने होंगे, तभी छऊ की पढ़ाई सही तरीके से हो पाएगी। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्राचार्य को कॉलेज में बीए ऑनर्स की पढ़ाई शुरू करने में कितने प्राध्यापकों की जरूरत होगी, कितनी कक्षाएं होंगी, इसकी पढ़ाई में कितनी राशि खर्च होगा, इसका प्राक्कलन तैयार करने को भी कहा है।

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