फोटो गैलरी

Hindi Newsगर्भाशय और अंडाशय कैंसर से भी बचाती हैं गर्भनिरोधक गोलियां

गर्भाशय और अंडाशय कैंसर से भी बचाती हैं गर्भनिरोधक गोलियां

गर्भनिरोधक गोलियां महिलाओं में होने वाले कई तरह के कैंसर होने से बचाती हैं। एक शोध में विशेषज्ञों ने दावा किया है कि इन गोलियों से महिलाओं में होने कैंसर का खतरा एक तिहाई तक कम हो जाता है। विशेषज्ञों...

गर्भाशय और अंडाशय कैंसर से भी बचाती हैं गर्भनिरोधक गोलियां
एजेंसीWed, 22 Mar 2017 09:53 PM
ऐप पर पढ़ें

गर्भनिरोधक गोलियां महिलाओं में होने वाले कई तरह के कैंसर होने से बचाती हैं। एक शोध में विशेषज्ञों ने दावा किया है कि इन गोलियों से महिलाओं में होने कैंसर का खतरा एक तिहाई तक कम हो जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अपनी तरह के इस सबसे लंबे शोध के नतीजों से लाखों महिलाओं को फायदा होगा।

ब्रिटेन में हुआ यह शोध 1968 में शुरू हुआ था। शोधकर्ताओं ने इसमें 46000 महिलाओं के आंकड़ों का अध्ययन किया। इसमें उन्होंने पाया कि गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन कर रही महिलाओं के इसे रोकने के पांच साल बाद कैंसर का खतरा खत्म हो गया। शोधकर्ताओं का दावा है कि इन गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में 30 साल तक गर्भाशय और अंडाशय कैंसर का खतरा 34 फीसदी तक कम हो जाता है। 

इतना ही नहीं गोलियों का सेवन बंद करने के 30 साल बाद तक उन्हें आंतों का कैंसर होने का खतरा होने की आशंका भी 19 फीसदी तक कम हो जाती है। हालांकि पहले गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से स्तन और सर्विकल कैंसर होने की आशंका बढ़ने की बात कही जाती थी। 

आनुवांशिक टेस्ट बताएगा कि किस उम्र में होगा आपको अल्जाइमर

अबरदीन यूनिवर्सिटी में कार्यरत प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर लीसा आइवरसेन ने कहा कि पूरे प्रजनन काल में इन गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में इसका सुरक्षात्मक प्रभाव देखने को मिलता है। सामान्य तौर पर महिलाएं चार साल तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं। यह शोध अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनोकोलॉजी में प्रकाशित हुआ है। 

गर्भनिरोधक गोलियों के जरिये मूल रूप से दो तरह के ऑस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन शरीर में पहुंचाए जाते हैं। इनके सेवन के कारण अंडाशय में अंडे नहीं बनते। विशेषज्ञों का कहना है कि अंडे बनने की क्रिया में कमी आने के चक्र से ओवरी कैंसर की आशंका घटने के कारण समझने में शायद मदद मिल सकती है। एक अन्य अवधारण के मुताबिक गोलियों के जरिये शरीर में जा रहे हॉर्मोन के कारण कोशिकाओं का विकास और उनके विभाजन का क्रम बाधित होता है, जिससे कैंसर की आशंका बढ़ जाती है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें