तस्वीरों में जाने एआईपीएमटी में नकल की दास्तान, तीन परीक्षार्थी गिरफ्तार
ऑल इंडिया प्रीलिमनरी मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी) में मोबाइल फोन के जरिये नकल कर रहे करने पहुंचे तीन परीक्षार्थियों को रविवार सुबह दस बजे डीएवी बिष्टूपुर से पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से एक...
ऑल इंडिया प्रीलिमनरी मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी) में मोबाइल फोन के जरिये नकल कर रहे करने पहुंचे तीन परीक्षार्थियों को रविवार सुबह दस बजे डीएवी बिष्टूपुर से पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से एक परीक्षार्थी परीक्षा से पहले गेट पर ही पकड़ा गया, जबकि दो अन्य परीक्षा के दौरान जांच में पकड़े गए। आरोपियों के पास से मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, हेड फोन के तार, सैंडो गंजी जब्त की गई है। गिरफ्तार युवकों के नाम धनंजय यादव (छपरा), शशि शेखर (नवादा) और मो. शब्बीर (वैशाली) हैं। photo1
ऐसे पकड़े गए
एआईपीएमटी की प्रवेश परीक्षा के लिए डीएवी स्कूल में दाखिल होते वक्त ही प्राचार्य प्रज्ञा सिंह और बिष्टूपुर के दारोगा मो. कुद्दूस ने धनंजय नामक परीक्षार्थी को पकड़ा। उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए। उसने बताया कि मोबाइल फोन के जरिये उसे जवाब बताया जाता। पुलिस अभी पूछताछ कर ही रही थी कि धनंजय बेहोश हो गया। photo2
इलाज करने के लिए पुलिस उसे लेकर टीएमएच चली गई। इसके बाद डीएवी स्कूल में प्राचार्य और दूसरे शिक्षकों ने दोबारा छात्रों की तलाशी शुरू कर दी। इस दौरान परीक्षा शुरू हो गई थी। तलाशी के क्रम में दो और छात्र शशि शेखर और शब्बीर भी पकड़े गए। उनके पास से भी मोबाइल और ब्लू टूथ समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले। photo3
भोपाल से मनीष कर रहा था ऑपरेट
पूछताछ के दौरान तीनों ने बताया कि उन्हें भोपाल से मनीष शर्मा नामक युवक द्वारा ऑपरेट किया जा रहा था। छात्रों ने पुलिस को बताया कि एक बड़ा गिरोह इसमें सक्रिय है। सभी बिहार के रहने वाले हैं। भोपाल और बेंगलुरू से इसे ऑपरेट किया जाता है। photo4
दस-बारह लाख रुपये में हुआ था सौदा
परीक्षा पास कराने के लिए गिरोह ने दस से बारह लाख रुपये का सौदा इन तीनों परीक्षार्थियों से किया था। लिखित परीक्षा के लिए उन लोगों ने पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये दिए थे। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी प्रवेश परीक्षा में इस गिरोह ने कई छात्रों का दाखिला कराया था। वे इसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से परीक्षा देकर आज मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। photo5
पुलिस ने तीन छात्रों के पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है। बाहर का गिरोह इन्हें संचालित कर रहा था। इसके बारे में सुराग मिला है। -जसिंता करकेट्टा, डीएसपी सीसीआर