फोटो गैलरी

Hindi Newsयोगी सरकार से जागी किसानों को उम्मीद: टिकैत

योगी सरकार से जागी किसानों को उम्मीद: टिकैत

संभल जिले में भारतीय किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से किसानों को उम्मीद जागी है। भारतीय किसान यूनियन तीस साल से किसानों के जो मुद्दे उठा...

योगी सरकार से जागी किसानों को उम्मीद: टिकैत
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 26 Apr 2017 06:40 PM
ऐप पर पढ़ें

संभल जिले में भारतीय किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से किसानों को उम्मीद जागी है। भारतीय किसान यूनियन तीस साल से किसानों के जो मुद्दे उठा रही थी, यह सरकार उन पर काम करती हुई नजर आ रही है। बुधवार को तहसील क्षेत्र के सिंहपुरसानी गांव में भाकियू कार्यकर्ता खचेडू लंबरदार के घर निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आए राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि खेती पर टैक्स लगाने की बात चल रही है तो वह इसके विरोधी नहीं है। लेकिन खेती पर टैक्स लगे तो किसान को उसकी फसल का वाजिब दाम भी मिलना चाहिए। उन्होंने कहा की 1967 में गेहूं खरीद शुरू हुई तो सरकारी कीमत ₹76 प्रति कुंतल थी। उस समय सरकारी अध्यापक का वेतन ₹70 रुपये प्रतिमाह था और डीजल 38 पैसे प्रति लीटर मिलता था। उसी अनुपात में अब किसान को उसकी फसल का दाम मिलना चाहिए जिस अनुपात में सरकारी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ी है। राकेश टिकैत ने योगी आदित्यनाथ सरकार के फैसलों की सराहना करते हुए कहा कि अभी तक सरकार नी जो एलान किये हैं और जो इरादे जताये हैं उससे लगता है कि सरकार किसानों के लिए काम करेगी। सरकार ने किसानों का 36 हजार करोड़ से ज्यादा का ऋण माफ किया है। यह सराहनीय कदम है किसान इसके लिए सरकार के आभारी हैं । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से बात चल रही है कि किसानों के लिए ट्यूबवेल के कनेक्शन खोल दिए जायें। डार्क जोन में ट्यूबवेल कनेक्शन पर पाबंदी है। ऐसे में किसान वहां इंजन से सिंचाई करता है जिससे किसान का डीजल पर ज्यादा पैसा खर्च होता है और इंजन के कारण प्रदूषण भी होता है । कहा कि प्रदेश की पिछली सरकार ने किसानों को उनकी बर्बाद फसलों का ठीक ढंग से मुआवजा नहीं दिया। विधायकों ,सांसदों के कहने से मुआवजे का वितरण हुआ। ऐसे में नेताओं के चहेते लोगों को मुआवजा मिल गया जबकि आम किसान मुआवजे से वंचित रह गया जिसकी फसलें तबाह हुई थीं । इस मसले पर सरकार से बात चल रही है। राकेश टिकैत ने गन्ना भुगतान की मांग उठाते हुए कहा कि किसानों को गन्ना बकाया भुगतान का तीन साल का ब्याज 21 सौ करोड़ रुपए मिलों से दिलाया जाना चाहिए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें