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ढाई लाख रुपये हजम : कागजों में ही बांट दिए गए दिव्यांगों के उपकरण

महानगर में ठग गिरोह लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। बुधवार को ठगी का एक और मामला सामने आया। ठगों ने दिव्यांगों का हक मार दिया। सरकार द्वारा संचालित योजना के ढाई लाख रुपये हजम कर लिए। रिकार्ड में...

ढाई लाख रुपये हजम : कागजों में ही बांट दिए गए दिव्यांगों के उपकरण
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 18 May 2017 05:11 PM
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महानगर में ठग गिरोह लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। बुधवार को ठगी का एक और मामला सामने आया। ठगों ने दिव्यांगों का हक मार दिया। सरकार द्वारा संचालित योजना के ढाई लाख रुपये हजम कर लिए। रिकार्ड में वितरण कैम्प लगाने की बात बताई गई। अभिलेखों में हेराफेरी सामने आने पर आर्थिक अनुसंधान लखनऊ के निरीक्षक राम शंकर यादव से जांच कराई गईं। जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी प्रत्यूष शुक्ला के खिलाफ सविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई। प्रत्यूष फर्रुखाबाद के खतराना स्ट्रीट का निवासी है। वर्तमान में लखनऊ के गोमती नगर स्थित विवेक खंड मदर हाउस में रह रहे हैं। निरीक्षक राम शंकर यादव ने बताया कि फर्रुखाबाद में डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के नाम से स्वैच्छिक संस्था है। 19 मई 2011 को संस्था को अनुदान राशि उपलब्ध कराई गई थी। जिसमें दिव्यांगों को निशुल्क उपकरण का वितरण कैम्प लगाया जाना था। कैम्प की टेस्ट चेक रिपोर्ट सरकार को भेजी जानी थी। कुल प्रोजेक्ट 71 लाख पचास हजार रुपये का था। जिसमें मुरादाबाद के खाते में ढाई लाख रुपये आए थे। संस्था पांच साल के लिए पंजीकृत थी। इस कारण कैम्प व उपकरण के लिए संस्था को काम दे दिया गया। तीन महीने में काम खत्म कर रिपोर्ट भेजी जानी थी। संस्था द्वारा 24 लाभार्थियों की सूची विभाग को काम करने के बाद उपलब्ध करा दी गई। अभिलेखों में 24 अप्रैल 2010 को कैम्प लगने की जानकारी दी गई। जांच के दौरान कैम्पों के आयोजन के साक्ष्य नहीं मिले। इसके बाद मामले की जांच आर्थिक अनुसंधान उत्तर प्रदेश को सौंपी गई।  

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