फोटो गैलरी

Hindi Newsसंभल में वंशगोपाल तीर्थ पर विशेष पूजा संग 24 कोसीय परिक्रमा पूरी

संभल में वंशगोपाल तीर्थ पर विशेष पूजा संग 24 कोसीय परिक्रमा पूरी

अयोध्या और मथुरा की तरह धार्मिक महत्व रखने वाली संभल की चौबीस कोसीय 68 तीर्थ 19 कूपों की परिक्रमा पूरी हो गई। दूसरे दिन हजारों श्रद्धालुओं ने वंशगोपाल तीर्थ पर पहुंचकर पवित्र कुंड में स्नान करने के...

संभल में वंशगोपाल तीर्थ पर विशेष पूजा संग 24 कोसीय परिक्रमा पूरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 05 Nov 2016 06:50 PM
ऐप पर पढ़ें

अयोध्या और मथुरा की तरह धार्मिक महत्व रखने वाली संभल की चौबीस कोसीय 68 तीर्थ 19 कूपों की परिक्रमा पूरी हो गई। दूसरे दिन हजारों श्रद्धालुओं ने वंशगोपाल तीर्थ पर पहुंचकर पवित्र कुंड में स्नान करने के बाद प्राचीन कदम्ब वृक्ष की परिक्रमा करके पुण्यलाभ कमाया। शनिवार भोर में चंद्रेश्वर महादेव मंदिर से यात्रियों का समूह रवाना होना शुरु हुआ। भगवान श्री कल्कि के जयघोष के साथ श्रद्धालु परिक्रमा के पड़ाव के लिए निकले। रास्ते में श्री कल्कि का गुणगान करते चल रहे श्रद्धालुओं के चेहरे पर न तो थकन दिखाई दे रही थी और न ही किसी तरह की परेशानी। गले में भगवा पटका डालकर जयघोष के साथ बस उत्साह में बढ़ते ही जा रहे थे। गांव आढ़ौल, शेरपुर, मुजफ्फरपुर, रायपुर आदि गांवों से गुजरने वाले श्रद्धालु नाचते गाते हुए वंशगोपाल तीर्थ पर पहुंचे। लगभग बीस किलोमीटर यात्रा के बाद श्रद्धालुओं की परिक्रमा वंशगोपाल तीर्थ पर पूर्ण हुई। श्रद्धालुओं ने वंशगोपाल तीर्थ के पवित्र कुंड में स्नान किया और फिर प्राचीन गोपालेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना करके मनौती मांगी। श्रद्धालुओं ने कदम्ब वृक्ष की परिक्रमा भी की। यहां स्वामी भगवत प्रिय महाराज ने श्रद्धालुओं को तीर्थ परिक्रमा का महत्व बताया। पौराणिक मान्यताओं के हवाले से कहा गया है कि जब भगवान श्री कृष्ण रुकमणि का हरण करके जा रहे थे तो एक रात वंशगोपाल तीर्थ पर लगे कदम्ब वृक्ष के नीचे एक रात ठहरे थे। श्रीकृष्ण ने रुकमणि से कहा था कि मेरे यहां ठहरने का खास प्रयोजन है। कलियुग में एक बार फिर इसी धरा पर आऊंगा और कल्कि के रूप में अवतार लेकर अधर्म का नाश करूंगा। इसी मान्यता के तहत कदम्ब वृक्ष की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। शनिवार को श्रद्धालुओं ने पवित्र कदम्ब वृक्ष की उत्साह से पूजा अर्चना की। इससे पहले पवित्र कुंड में भी स्नान किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें