फोटो गैलरी

Hindi Newsस्वास्थ्यकर्मियों ने एसआईसी के खिलाफ खोला मोर्चा

स्वास्थ्यकर्मियों ने एसआईसी के खिलाफ खोला मोर्चा

मण्डलीय अस्पताल के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने वेतनमान में वृद्धि,भुगतान व पदोन्नति आदि की समस्याओं का समाधान न किए जाने व एसआईसी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए सोमवार को अस्पताल परिसर में...

स्वास्थ्यकर्मियों ने एसआईसी के खिलाफ खोला मोर्चा
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 20 Mar 2017 11:11 PM
ऐप पर पढ़ें

मण्डलीय अस्पताल के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने वेतनमान में वृद्धि,भुगतान व पदोन्नति आदि की समस्याओं का समाधान न किए जाने व एसआईसी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए सोमवार को अस्पताल परिसर में धरना दे कर सभा की। इस दौरान कर्मचारियों ने एसआईसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्वास्थ्यकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल का राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी समर्थन किया है। अपर निदेश स्वास्थ्य डा. एपी साहू और सीएमओ डा. विधु गुप्ता ने हड़ताल पर बैठे चिकित्सको से बात कर वेतन दिलाने का आश्वासन दिए, पर चिकित्सक एसआईसी डा. ओपी साही को हटाने की मांग को लेकर अड़े रहे। चेतावनी दी कि जब तक एसआईसी को हटाया नहीं जायेगा, डाक्टर काम पर नहीं लौटेंगे।

स्वास्थ्य कर्मियों का आरोप है कि जनवरी और फरवरी माह का वेतन अभी तक नहीं मिला है। जबकि शासन से समयबद्ध वेतन स्वीकृत होकर आ गया है। शासन के नियमानुसार सांतवा वेतन आयोग जनवरी 2016 से दिया जाना है। यह वेतन जनवरी 2017 से मिलना था उसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया। पदोन्नत हुए चिकित्साधिकारियों का प्रोन्नत वेतनमान अभी तक नहीं दिया गया। एक मार्च को इन समस्याओं से जिलाधिकारी को भी अवगत कराया गया था। उस दौरान चुनाव की व्यवस्तता के चलते आश्वासन दिया गया था कि चुनाव के बाद कार्रवाई की जायेगी। बीते 16 से 18 मार्च तक काली पट्टी बांध कर डाक्टरों ने विरोध प्रकट किया, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। धरना देने वालों में डा. प्रदीप कुमार, डा. एसके सिंह, डा. एके श्रीवास्तव, डा. विकास सिंह, डा. सौरभ गुप्ता, डा. आरके सिंह, डा. केपी श्रीवास्तव, डा. शोएब खान, डा. वीनू पांडेय, डा. सुनील सिंह, डा. नंदलाल, वीरा दीपक, सुषमा पांडेय, अभय कुमार तिवारी, अशोक दुबे, दशरथ दुबे, कैलाश दुबे, माता प्रसाद, मुन्ना, मुमताज, नंदलाल, प्रदीप मिश्रा, आदि रहे।

सैकड़ों मरीजो को हुयी परेशानी

मिर्जापुर। मंडलीय अस्पताल में उपचार कराने के लिए मिर्जापुर जिले के अलावा सोनभद्र और भदोही तक के मरीज आते है। सोमवार की सुबह से ही डाक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल के चलते सैकड़ो मरीजो को परेशानी हुयी। हलिया के खम्हरिया कला निवासी बदरुनिशा का हाथ टूटा था, उपचार के लिए उसे परेशान होना पड़ा। मड़िहान के शीतलगढ़ निवासी रामकेश अपने दो वर्षीय पुत्र संतरा व पड़री के भरपुरा गांव निवासी शिवशंंकर अपने तीन वर्षीय पुत्र शिवा के उपचार के लिए परेशान रहा। इस तरह से सैकड़ो मरीज इलाज के लिए परेशान रहे।

इमरेजेंसी और पोस्टमार्टम सेवा जारी रही

मिर्जापुर। डाक्टर समेत स्वास्थ्य कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते मरीज परेशान रहे। पर इमरजेंसी और पोस्टमार्टम सेवा जारी रही। इमरजेंसी में सुबह आठ बजे से दो बजे तक डा. विनय ड्यूटी पर रहे। अन्य डाक्टरो के बहिष्कार के चलते इमरजेंसी में मरीजो की भीड़ उमड़ी रही। अस्पताल का समस्त जांच केंद्र भी बंद रहा। बस अस्पताल के अंदर निजी जांच केंद्र एसआरएल खुला रहा।

वार्डो में टीएनएम की नर्सो ने सम्भाला मोर्चा

मिर्जापुर। कार्य बहिष्कार में डाक्टर के साथ स्टाफ नर्स भी शामिल थी। पर सर्जिकल, मेडिकल, महिला और चिल्ड्रेन वार्ड में टीएनएम और ट्रेनी नर्सो ने मोर्चा सम्भाले रखा। इससे वार्ड में भर्ती मरीजों को इलाज की सुविधा आसानी से मिल गयी। यदि हड़ताल लंबी खिची तो दिक्कतें हो सकती है।

डाक्टर व कर्मचारियों में विरोधाभास

मिर्जापुर। डाक्टर के साथ अन्य स्वास्थ्यकर्मी स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर रहे। पर इन लोगों में विरोधाभास रहा। डाक्टर जहां वेतन की मांग न कर एसआईसी को हटाने की मांग पर जोर दे रहे थे। वहीं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का कहना था कि उनके लिए तो वेतन मिल जाये, वही जरूरी है। दो माह से वेतन न मिलने से घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। एसआईसी ने हाल ही में जारी आदेश में कहा था कि सभी चिकित्सक ओपीडी में समय से उपस्थित रहे। साथ ही बंगले पर प्राइवेट प्रैक्टिस न करें। यह आदेश चिकित्सकों को पसंद नहीं आया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें