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दिल्ली से मेरठ 2024 में रैपिड ट्रेन दौड़ेगी, 160 KM/घंटा होगी रफ्तार

दिल्ली से मेरठ का सफर अब और आसान होने जा रहा है। केंद्र सरकार ने दोनों शहरों के बीच रैपिड रेल ट्रांजिट कॉरीडोर (आरआरटीसी) को मंजूरी दे दी है। इसके तहत 92 किलोमीटर का कॉरीडोर बनाया जाएगा, जिस पर 12...

दिल्ली से मेरठ 2024 में रैपिड ट्रेन दौड़ेगी, 160 KM/घंटा होगी रफ्तार
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 07 Dec 2016 12:47 PM
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दिल्ली से मेरठ का सफर अब और आसान होने जा रहा है। केंद्र सरकार ने दोनों शहरों के बीच रैपिड रेल ट्रांजिट कॉरीडोर (आरआरटीसी) को मंजूरी दे दी है। इसके तहत 92 किलोमीटर का कॉरीडोर बनाया जाएगा, जिस पर 12 कोच वाली ट्रेन 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी। योजना पूरी होने में आठ साल लगेंगे और 2024 तक पहला सफर शुरू हो जाएगा।

इस कॉरीडोर पर दिल्ली से मेरठ के बीच मौजूदा एक्सप्रेस ट्रेन की तुलना में 48 मिनट व सामान्य ट्रेन की तुलना में एक घंटा कम समय लगेगा। इसका प्रस्ताव 11 साल पहले 2005 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड की बैठक में लाया गया था। इसे साल 2032 के लिए एनसीआर में परिवहन योजना के रूप में प्रस्तावित किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के बोर्ड की मंगलवार को शहरी विकास सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीसी को मंजूरी दे दी गई है। 

इस परियोजना पर 21,902 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका 60 किलोमीटर का रास्ता दिल्ली मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच खंभों के ऊपर बने मार्ग से तय होगा, जबकि 30 किलोमीटर जमीन के भीतर रहेगा। दिल्ली में सराय काले खां से यह कॉरीडोर शुरू होगा और गाजियाबाद के रास्ते मोदीपुरम में समाप्त होगा। इसमें दो डिपो कनेक्शन स्टेशन दुहाई व मोदीपुरम में होंगे। दिल्ली व मेरठ क्षेत्र में यह कॉरीडोर जमीन के भीतर होगा और उसी रूप में यमुना नदी को भी पार करेगा। 

17 स्टेशनों में से 11 जमीन ऊपर, छह नीचे
इसके पूरे रास्ते में 17 स्टेशन होंगे। इनमें 11 जमीन के ऊपर व छह जमीन के नीचे होंगे। इस कॉरीडोर पर अधिकतम गति सीमा 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, लेकिन परिचालन गति 160 किलोमीटर ही रखी जाएगी। हर ट्रेन में 12 कोच होंगे, जिसमें एक बिजिनेस कोच होगा। इनमें हवाईजहाज की तरह  2गुणा2 आकार  की सीटें होंगी। मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक 2024 तक इस कोरीडोर पर 7.91 लाख यात्री सालाना सफर करेंगे। इसके बाद 2031 में 9.20 लाख और 2041 में 11.40 लाख यात्रियों का अनुमान है। इस रूट पर व्यस्त दिन, व्यस्त समय (पीक अवर, पीक डे) ट्रेफिक के दौरान सन 2024 में 18224, सन 2031 में 22415 व सन 2041 में 26462 यात्री यात्रा करेंगे। 

साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण के बीच जनवरी 2023 में ही शुरू हो जाएगी ट्रेन 
इस रूट पर दुहाई डिपो समेत साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण तक के 38 किलोमीटर के रास्ते पर जनवरी 2023 तक यात्री सेवाएं शुरू हो जाएंंगी। सराय काले खां से साहिबाबाद तक के 16.60 किलोमीटर के रास्ते पर जनवरी 2024 व मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम तक जुलाई 2024 तक यात्री सेवाएं शुरू हो जाएंगी। बो़र्ड ने यह भी तय किया है कि सराय काले खां, आनंद विहार, आएसबीटी कश्मीरी गेट, एयरो सिटी को मल्टी माडल इंटीग्रेशन के रूप में विकसित करेगी, ताकि बस से ट्रेन व मेट्रो से हवाई यात्रा करने के लिए लोगों को बेहतर ट्रांसपोर्ट मोड बदलने में सुविधा मिल सके। 

दो और कोरीडोर पर भी काम 
आरआरटीएस के तहत बोर्ड अभी तक तीन कोरीडोर दिल्ली-मेरठ, दिल्ली-पानीपत व दिल्ली - अलवर को मंजूरी दे चुका है। दिल्ली-अलवर व दिल्ली सोनीपत के बीच के रास्ते में घनी आबादी, खेती व निजी जमीन के अधिग्रहण की कीमत, बड़ी संख्या में कटने वाले पेड़, विभिन्न सेवाओं का विस्थापन के मुद्दे हल किए जाने हैं।

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