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Hindi Newsगांव पीरमाजरा में मन्दिर के रास्ते को लेकर हुए झगड़े से मचा हड़कंप

गांव पीरमाजरा में मन्दिर के रास्ते को लेकर हुए झगड़े से मचा हड़कंप

गांव पीरमाजरा में मंदिर से जुड़े रास्ते को लेकर गुरुवार को एक ही समुदाय के लुहार व गडरिया पक्षों में लम्बे अरसे से जारी विवाद में कहासुनी व मारपीट हो गई। पथराव और आगजनी की सूचना पर पुलिस में हड़कम्प...

गांव पीरमाजरा में मन्दिर के रास्ते को लेकर हुए झगड़े से मचा हड़कंप
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 20 May 2017 02:00 AM
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गांव पीरमाजरा में मंदिर से जुड़े रास्ते को लेकर गुरुवार को एक ही समुदाय के लुहार व गडरिया पक्षों में लम्बे अरसे से जारी विवाद में कहासुनी व मारपीट हो गई। पथराव और आगजनी की सूचना पर पुलिस में हड़कम्प मच गया। मन्दिर का नाम सुनते ही एसपी देहात और सीओ भी रात में ही मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने झगड़ा कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया। दोनों ओर से आठ लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। सभी का चालान करके जेल भेज दिया गया है।

गांव पीरमाजरा में निर्माणाधीन मंदिर के रास्ते को लेकर महेंद्र और सकटू पक्ष में पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है। मन्दिर का निर्माण महेन्द्र के पिता रगवीर द्वारा कराया गया था। इसका रास्ता पहले महेन्द्र व राजेन्द्र की जमीन से होकर जाता था। राजेंद्र लुहार द्वारा अपनी जमीन सकटू को बेचे जाने के बाद सकटू लगातार रास्ता मांग रहा था। मगर महेंद्र द्वारा मन्दिर के रास्ते में दीवार बनाने के बाद विवाद एसडीएम शमशाद हुसैन के समक्ष जा पहुंचा था। उनके निर्देश पर गुरुवार को लेखपाल व कानूनगो जमीन की पैमाइश के लिए गांव आये थे।

आरोप है कि महेंद्र और उसके परिजनों ने गाली-गलौच करते हुए लेखपाल को वहां से भगा दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में तनाव हो गया। सकटू पक्ष का आरोप है कि महेंद्र कच्ची दीवार के स्थान पर पक्की दीवार बनाने की फिराक में था। विरोध करने पर महेंद्र और उसके पुत्रों संदीप, शेखर एवं कुलदीप ने उसे बंधक बनाकर मारपीट की। उसे बचाने आई उसकी पत्नी जोगिंद्रों के साथ भी बदसलूकी और मारपीट की गई। छतों से पथराव भी किया गया। लोगों ने उसे बचाया। इसके विपरीत महेंद्र ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि वह मंदिर के लिए रास्ता देने को तैयार था लेकिन सकटू अपने खेत के लिए रास्ते की मांग कर रहा था। लेखपाल के पैमाइश करने से पूर्व ही सकटू ने सुरेंद्र, मोंटी और अमित के साथ मिलकर दीवार तोड़ दी। इतना ही नहीं उसके सामान को तोड़फोड़ डाला और उनके रसोईघर में भी आग लगा दी। मंदिर से जुड़ा मामला होने एवं आगजनी और पथराव की सूचना मिलते ही सीओ ओजस्वी चावला और कोतवाल योगेश शर्मा फौरन मौके पर पहुंच गए। एसपी देहात विद्या सागर मिश्रा ने भी वहां पहुंचकर मामले की जानकारी ली। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। मगर दोनों पक्ष सुनने को तैयार नहीं हुए। बाद में दोनों पक्षों की ओर से आपराधिक धाराओं में आठ लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने दोनों ओर से रिपोर्ट दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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