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बैंक में कैश न होने पर हापुड़ रोड पर बवाल

जैदी फार्म स्थित सिंडिकेट बैंक में कैश नहीं होने पर बवाल हो गया। कई घंटे से लाइन में खड़े सैकड़ों महिला-पुरुषों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने तीन स्थानों पर जाम लगाया और चार बार प्रधानमंत्री...

बैंक में कैश न होने पर हापुड़ रोड पर बवाल
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Nov 2016 08:40 PM
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जैदी फार्म स्थित सिंडिकेट बैंक में कैश नहीं होने पर बवाल हो गया। कई घंटे से लाइन में खड़े सैकड़ों महिला-पुरुषों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने तीन स्थानों पर जाम लगाया और चार बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस पर पथराव कर दिया, इसमें सीओ सिविल लाइन घायल हो गए। जाम के दौरान निकल रही एंबुलेंस, टेम्पो और अन्य दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने दो बार लाठीचार्ज करके भीड़ को शांत किया। पुलिस ने भीड़ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।

सिंडिकेट बैंक के बाहर लाइन में लगे लोगों के मुताबिक, वह पिछले पांच दिन से आ रहे हैं। मगर हर रोज बैंक के बाहर ‘नो कैश का बोर्ड लगाकर उन्हें टरका दिया जाता है। बुधवार सुबह भी यही हुआ। इस पर सुबह सात बजे से लाइन में लगे सैकड़ों ग्राहक बिफर पड़े। सबसे पहले लोगों ने जैदी फार्म पर जाम लगाकर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। पुलिस ने पहुंचकर भीड़ को शांत कराया तो लोग सैक्टर-तीन पुलिस चौकी पर पहुंच गए और रास्ता जाम कर दिया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने हापुड़ रोड पर कमेले के पास जाम कर दिया। हापुड़ रोड पर एक मरीज को छोड़कर लौट रही एंबुलेंस में लोगों ने तोड़फोड़ कर दी। कई टेम्पो और बाइकों में भी तोड़फोड़ की गई। भीड़ ने वाहन चालकों की पिटाई कर अपना गुस्सा उतारा। सूचना पर पहुंची यूपी-100 की गाड़ी के आगे महिलाएं लेट गईं।

लोगों की मांग थी कि या तो बैंक से कैश उपलब्ध कराया जाए अथवा डीएम को मौके पर बुलाया जाए। सिविल लाइन सीओ डॉ.अरविंद कुमार ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने जाम न खोलने पर लाठीचार्ज की धमकी दी। इस पर भीड़ भड़क गई। लोगों ने पुलिस पर ही पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। सीधे हाथ में पत्थर लगने से सीओ चोटिल हो गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करके जाम खुलवाया। कुछ देर बाद भीड़ ने फिर पथराव किया तो पुलिस को भी दोबारा लाठीचार्ज करना पड़ा। करीब दो घंटे तक बवाल होता रहा। बवाल के बाद नौचंदी, मेडिकल, लिसाड़ी गेट, सिविल लाइन समेत कई अन्य थानों की पुलिस फोर्स पहुंच गई। पुलिस फोर्स के सामने लोगों में फिर से हंगामा करने की हिम्मत नहीं हो सकी।

महिलाओं में था जबरदस्त गुस्सा

लोगों में गुस्सा इस कदर था कि उन्होंने पुलिस से भी हाथापाई कर दी। महिलाओं की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई। महिलाओं ने कहा कि घरों के चूल्हे तक नहीं जल रहे। बैंक हर रोज ‘नो कैश का बोर्ड लगाकर ग्राहकों को टरका देता है। ऐसे में उनके पास हंगामे के सिवाय कोई चारा नहीं बचा।

बाहर नहीं आए बैंक कर्मचारी

सिंडिकेट बैंक पर हंगामे के बीच भीड़ में शामिल लोग बैंक प्रबंधक को बाहर बुलाने की मांग करने लगे। बवाल के डर से बैंक प्रबंधक और कर्मचारी बाहर नहीं आए। लोगों की संख्या को देखते हुए पुलिस ने किसी को बैंक के अंदर जाने भी नहीं दिया।

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