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दिलावर हुसैन फर्जी पासपोर्ट मामले मे जांच करने पहुंची एटीएस टीम

फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में आईबी और एनआईए की टीम ने हापुड़ में जांच की। इसके बाद पता फर्जी निकला। दस्तावेजो के आधार पर जब गहराई से जांच की गई तो पाया कि एक दंपति ने व्यक्ति के बैंक...

दिलावर हुसैन फर्जी पासपोर्ट मामले मे जांच करने पहुंची एटीएस टीम
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 18 May 2017 12:50 AM
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फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में आईबी और एनआईए की टीम ने हापुड़ में जांच की। इसके बाद पता फर्जी निकला। दस्तावेजो के आधार पर जब गहराई से जांच की गई तो पाया कि एक दंपति ने व्यक्ति के बैंक अकाउंट में अपनी गारंटी दी थी। इसके बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

बुधवार को एटीएस मेरठ खुफिया विभाग गाजियाबाद की टीम हापुड़ पहुंची। लेकिन अभी तक यह किसी को नहीं पता चल पाया है कि आखिर दिलावर हुसैन कौन है और किस मामले में जांच पड़ताल चल रही है।

वर्ष 2013 में हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भंड्डापट्टी निवासी दिलावर हुसैन के नाम से एक पासपोर्ट बनवाया गया। जिसकी जांच के बाद पासपोर्ट जारी भी हो गया। सोमवार को हापुड़ में आईबी और एनआईए की टीम जांच के लिए पहुंची। जिसमें उन्होंने दिलावर हुसैन के दिए गए पते पर जाकर पूछताछ की तो उस नाम का न तो कोई व्यक्ति मोहल्ले में रहा है और न ही उक्त मकान नंबर अंकित था वह सही था। जिसके बाद टीम ने गहनता से जांच शुरू की तो पता चला कि दिलावर हुसैन का इसी पते पर एक बैंक अकाउंट भी खुला है जिससे पासपोर्ट बनवाने में सहयोग मिला है। जिस पर कामिल निवासी कानूनगोयान एवं कामिल की पत्नी अरशी ने गारंटर के रुप में हस्ताक्षर किए हैं। इस मामले में दोनो के लिप्त होने जिसके बाद टीम हापुड़ कोतवाली पहुंची और जांच की और फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में दिलावर हुसैन और कमिल एवं अरसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं बुधवार को मेरठ एटीएस की टीम और गाजियाबाद से खुफिया विभाग की टीम भी हापुड़ पहुंची । टीम एटीएस प्रभारी मेरठ परमेंद्र कुमार ने कोतवाली एवं एलआईयू कार्यालय पहुंचकर दिलावर हुसैन को लेकर जांच पड़ताल की। वहीं पुलिस ने एक आरोपी कामिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हबीबुल्ला की हो चुकी है दो माह पहले कैंसर से मौत

दिलावर हुसैन के बारे में जब पुलिस और एनआईए की टीम ने दंपति से पूछताछ तो पुलिस को बताया कि दिलावर हुसैन के बैंक अकाउंट पर उनके एक गांव सलाई निवासी हबीबुल्ला ने अकाउंट खुलवाने के लिए गारंटी देने की बात कही थी। जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर कर दिए थे। जबकि गांव सलाई निवासी जिस व्यक्ति के कहने पर गांरटी दी जानी बताई जा रही है उसकी कुछ माह पूर्व कैंसर से मौत होने की भी बात कही जा रही है। जबकि ग्राम प्रधान इस नाम का कोई व्यक्ति गांव में न होने की बात कह रहे हैं। जिससे मामला और पेचीदा हो गया है। आखिर कौन है दिलावर हुसैन दिलावर हुसैन लोगो के बीच रहस्य बना हुआ है कि आखिर दिलावर हुसैन कौन है। एनआईए और आईबी के अलावा एटीएस किस मामले में उसकी तलाश कर रहे है। क्या फर्जी पते का पासपोर्ट बनवाकर उसने विदेश में जाकर कोई अपराध तो नहीं किया या फिर भारत में रहकर कोई देश के साथ धोखा करने का काम तो नहीं कर रहा है। इसको लेकर तरह तरह की चर्चा है।

बिना घर देखे ही लगती है रिपोर्ट

पासपोर्ट की जांच के लिए आने वाले दस्तावेजों पर फोन नंबर अंकित होता है। जांच पड़ताल किए बिना फोन कर आवेदनकर्ता को बुला लिया जाता है और बिना किसी घर और पता की जांच किए बिना ही रिपोर्ट लगा देते हैं। सवाल यही है कि पुलिस ने बिना जांच पड़ताल रिपोर्ट कैसे लगा दी। डाक विभाग पासपोर्ट आने के बाद डाकिए ने दिलावर हुसैन का पासपोर्ट किस पते पर दिया था, जो पता पासपोर्ट मे है। वह पता मौके पर मौजूद नहीं नहीं है।

खुफिया विभाग करता जांच तो शायद न होता फर्जीवाड़ा

पासपोर्ट की जांच में पुलिस को ही जांच करने का अधिकार है। जबकि एलआईयू को मात्र पुलिस रिपोर्ट के अनुसार ही अपनी रिपोर्ट देने का अधिकार है। जिसको लेकर 2011 में शासन ने सर्कूलर भी जारी किया है। इसके अलावा समय समय पर एलआईयू से जांच न करने के संबंध में प्रमाण भी मांगा जाता है कि पासपोर्ट की एलआईयू विभाग जांच तो नहीं कर रहा है।

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