मऊ में शिक्षक की तैनाती न होने से प्राइमरी स्कूल भदेसरा बंद
मऊ में करोड़ों रुपये खर्च कर शुरू किया गया सर्वशिक्षा अभियान कागज तक सिमट कर रह गया है। नगर शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। नगर में भदेसरा प्राइमरी स्कूल शिक्षक के...
मऊ में करोड़ों रुपये खर्च कर शुरू किया गया सर्वशिक्षा अभियान कागज तक सिमट कर रह गया है। नगर शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। नगर में भदेसरा प्राइमरी स्कूल शिक्षक के अभाव में बंद कर दिया गया है। जबकि इसमें 125 बच्चों का दाखिला किया गया था। यहां के शिक्षक की पदोन्नति के बाद उनकी सीट एक माह से रिक्त है। यहां तैनात अध्यापिका ने स्थानांतरण आदेश में संशोधन कराकर दूसरे स्कूल पर तैनाती ले ली है। हालत यह है कि नगर के 20 प्राइमरी स्कूलों में 13 विद्यालय एकल हो गये हैं।
नगर में प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति के बाद विभाग की लापरवाही से नगर के प्राइमरी स्कूल भदेसरा में शिक्षक की तैनाती न हो पाने से बंद कर दिया गया है। यहां तैनात शिक्षिका शबाना आजमी से संबंधित स्थानांतरण आदेश को संशोधित कर उन्हें उच्च प्राथमिक विद्यालय दक्षिणटोला भेज दिया गया। जबकि विभाग ने यह सोचने की जरूरत नहीं समझी कि इससे भदेसरा प्राइमरी स्कूल में कोई शिक्षक नहीं रह जायेगा। कागज में इस स्कूल में 125 बच्चों का दाखिला दिखाया गया है। बावजूद इसके एक माह के बाद भी शिक्षक की तैनाती नहीं की जा सकी। पूरी मामले से नगर शिक्षा अधिकारी ने बीएसए को रिपोर्ट सौंपकर अवगत करा दिया है। इस बाबत नगर शिक्षा अधिकारी मंजू शर्मा का कहना है कि पदोन्नति के बाद शिक्षकों की तैनाती से संबंधित रिर्पोट बीएसए को सौंप दी गई है। शिक्षकों की तैनाती के बाद स्थिति बेहतर हो जायेगी।
इस बाबत बीएसए राकेश कुमार का कहना है कि शिक्षकों की पदोन्नति के बाद अध्यापकों की कमी हो गई है। शासन स्तर से नई तैनाती के लिये अभी कोई शासनादेश नहीं आया है। नियमानुसार शिक्षकों की पदोन्नति की गयी है। भदेसरा प्राथमिक विद्यालय पर एक शिक्षक को संबद्ध किया गया है। अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिये शासन को अवगत करा दिया गया है।