फोटो गैलरी

Hindi Newsमुस्लिम महिलाओं की शिक्षा में मौलवी ही बनें हैं रोड़ा-स्वामी चिन्मयानंद

मुस्लिम महिलाओं की शिक्षा में मौलवी ही बनें हैं रोड़ा-स्वामी चिन्मयानंद

तीन तलाक समेत शिक्षा और अपने हक के लिए मुस्लिम महिलाओं को अब नकाब उतार कर आगे आना चाहिए। तभी उनको समाज में हक मिल पाएगा। ये बात राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की ओर से मुस्लिम महिलाओं की समस्याओं पर कैसरबाग...

मुस्लिम महिलाओं की शिक्षा में मौलवी ही बनें हैं रोड़ा-स्वामी चिन्मयानंद
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 19 May 2017 09:22 PM
ऐप पर पढ़ें

तीन तलाक समेत शिक्षा और अपने हक के लिए मुस्लिम महिलाओं को अब नकाब उतार कर आगे आना चाहिए। तभी उनको समाज में हक मिल पाएगा। ये बात राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की ओर से मुस्लिम महिलाओं की समस्याओं पर कैसरबाग स्थित नाट्य कला केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने कही। उन्होंने कहा कि मुस्लिम मौलवियों ने महिलाओं की बेहतर शिक्षा के लिए कोई पहल नहीं की है।

स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि आज प्रदेश में ऐसी सरकार है कि अगर अदालत ने मुस्लिम महिलाओं के हक में फैसला दिया तो उस हर हाल में लागू किया जाएगा। भले ही इसके लिए सरकार को कोई कानून ही क्यों न बनाना पड़े। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए सरकार हर स्तर तक जाएगी। उन्होंने कहा कि शाहबानो केस में तत्कालीन सरकार मौलवियों के आगे झुक गई थी। अगर उसी समय ही सरकार ने कोई फैसला ले लिया होता तो आज तीन तलाक का मुद्दा ही नहीं होता। अब देश में जो परिवर्तन हो रहा है, उसमें मुस्लिम महिलाओं को पूरा हक हासिल होना चाहिए।

फास्ट ट्रैक मुस्लिम महिला थाना बने

कार्यक्रम में डॉ शबाना आजमी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को चाहिए कि वह अपनी बेटियों को कम से कम इंटरमीडियट तक शिक्षा जरुर दिलाएं। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह हर जिले में फास्ट ट्रैक मुस्लिम महिला थानों की स्थापना करें। जहां पर घरेलू हिंसा की घटनाओं पर तुरंत फैसले लिए जाए। इसके अलावा निकाह व तलाक का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया जाए। मौलवियों की योग्यता भी निर्धारित होना चाहिए। इसके अलावा अशिक्षित महिलाओं के लिए स्वरोजगार की व्यवस्था भी सरकार को करना चाहिए। कार्यक्रम में समाजसेवी शाहीन परवेज ने कहा कि तीन तलाक और हलाला का सम्बंध इस्लाम से नहीं है। महिलाओं को रूढ़िवादिता में फंसाकर उनका शोषण किया जा रहा है। कार्यक्रम में डॉ रूखसाना खान ने कहा कि लोगों को रसूल के बताए हुए दीन पर चलाना चाहिए मगर मौजूदा समय में लोग दीन से भटक गए हैं। कार्यक्रम में राष्ट्रीय एकता मिशन के स्वामी मुरारी प्रसाद समेत कई लोगों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें