केजीएमयू, लोहिया व प्रदेश के मेडिकल कालेज कर्मियों को नहीं मिला सातवां वेतन
- राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्य सचिव से मिलकर जताया रोष- सातवां वेतन नहीं मिलने पर आंदोलन हुआ तो परिषद करेगी समर्थन विशेष संवाददाता - लखनऊकेजीएमयू, डा.रम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान...
- राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्य सचिव से मिलकर जताया रोष
- सातवां वेतन नहीं मिलने पर आंदोलन हुआ तो परिषद करेगी समर्थन
विशेष संवाददाता - लखनऊ
केजीएमयू, डा.रम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, सैफई मेडिकल इंस्टीट्यूट, अन्य विशिष्ट चिकित्सा संस्थानों तथा प्रदेश के मेडिकल कालेजों के हजारों कर्मचारियों को अभी तक सातवां वेतन नहीं मिला है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेताओं ने मंगलवार को मुख्य सचिव राहुल भटनागर से मुलाकात कर चिकित्सा शिक्षा विभाग की इस लापरवाही पर रोष जताया।
संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री अतुल मिश्रा ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि प्रदेश सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ सभी कर्मचारियों को जनवरी पेड फरवरी देने का फैसला किया था। इसका लाभ सभी कर्मचारी जनवरी के वेतन के साथ फरवरी में पा भी गए हैं। केजीएमयू, लोहिया संस्थान, सैफई मेडिकल संस्थान और सभी मेडिकल कालेज के कर्मचारियों को अभी तक इस लाभ से वंचित रखा गया है। वेतन कमेटी 2016 की पहली रिपोर्ट में ही स्वशासी संस्थानों के कर्मचारियों को सातवां वेतन देने की सिफारिश की जा चुकी है।
16 दिसंबर 2016 को वित्त विभाग द्वारा इस बारे में शासनादेश भी जारी किया जा चुका है। श्री मिश्रा ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद शासन व स्थानीय प्रशासन में बैठे चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसके कारण मेडिकल कालेज कर्मियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने मुख्य सचिव से मांग की कि वे चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सख्ती से निर्देश जारी करें जिससे उन्हें सातवें वेतन का लाभ मिल सके।
अन्यथा मेडिकल कालेज कर्मचारियों द्वारा कोई आंदोलन किया जाता है तो परिषद उसका पूरा समर्थन करेगी।