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Hindi Newsपश्चिमांचल में दलित अफसरों के उत्पीड़न का आरोप

पश्चिमांचल में दलित अफसरों के उत्पीड़न का आरोप

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम पर उप्र पॉवर आफिसर्स एसोसिएशन ने गंभीर आरोप लगाए हैं। एसोसिएशन ने एक खास जाति वर्ग के खिलाफ उत्पीड़न करने और पूर्व की सरकार के एजेंडे पर काम करने जैसे आरोप लगाते हुए...

पश्चिमांचल में दलित अफसरों के उत्पीड़न का आरोप
Fri, 09 Jun 2017 06:22 PM
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- उप्र पावर आफिसर्स एसोसिएशन ने लगाया आरोप

- पूर्व सरकार के एजेंडे पर काम कर रहे हैं बड़े अफसर

राज्य मुख्यालय। प्रमुख संवाददाता

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम पर उप्र पॉवर आफिसर्स एसोसिएशन ने गंभीर आरोप लगाए हैं। एसोसिएशन ने एक खास जाति वर्ग के खिलाफ उत्पीड़न करने और पूर्व की सरकार के एजेंडे पर काम करने जैसे आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है। इसके लिए अधिकारियों की प्रदेश कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव भी पारित किया है।

उप्र पावर आफिसर्स एसोसिएशन की प्रान्तीय कार्यसमिति की बैठक में दलित अभियन्ताओं के साथ किए जा रहे भेदभावपूर्ण बर्ताव की निंदा की गई। ऐसे अभियन्ताओं को ज्यादातर संवेदनशील व विवादित क्षेत्रों में पोस्टिंग दे दी जाती है। इन क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की दिक्कत के कारण कई बार निर्धारित योजनाएं पूरी तरह लागू नहीं हो पाती हैं। ऐसे में दलित अभियन्ताओं को चिन्हित करके कार्रवाई शुरू कर दी जाती है।

गुरुवार को पश्चिमांचल विद्युत वितरण कम्पनी में समीक्षा के नाम पर नौ अधिशाषी अभियन्ताओं को निन्दा प्रविष्टि की संस्तुति की गई। हैरानी की बात है कि इसमें छह दलित और दो अधिशाषी अभियन्ता पिछड़े वर्ग से हैं। यही नहीं एसोसिएशन ने पश्चिमांचल कंपनी में एक खास जाति विशेष के लोगों को दी जा रही प्राइम पोस्टिंग पर उठाया सवाल। एसोसिएशन ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री से की है। आरोप यह भी है कि बिजली कंपनियों में कुछ उच्चाधिकारी जो सपा सरकार में उच्च पदों पर तैनात थे इस बार फिर साठगांठ कर प्रबंधन का हिस्सा बने हुए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष केबी राम, कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, अति. महासचिव अनिल कुमार, सचिव आरपी केन, संगठन सचिव अजय कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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