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एसएमएस सिस्टम से बूथ को कंट्रोल करेगा निर्वाचन आयोग

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से प्रत्येक मतदान बूथ एसएमएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा। यह सिस्टम आयोग पहली बार लागू कर रहा है। सिस्टम मतदान टीम के बूथ पर आने-जाने की जानकारी से लेकर तात्कालिक संभावित...

एसएमएस सिस्टम से बूथ को कंट्रोल करेगा निर्वाचन आयोग
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 01 Feb 2017 05:44 PM
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भारत निर्वाचन आयोग की ओर से प्रत्येक मतदान बूथ एसएमएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा। यह सिस्टम आयोग पहली बार लागू कर रहा है। सिस्टम मतदान टीम के बूथ पर आने-जाने की जानकारी से लेकर तात्कालिक संभावित परेशानियों को रोकने में मदद करेगा। बुधवार को विकास भवन सभागार में मास्टर ट्रेनरों को यह जानकारी दी गई। वे पीठासीन अधिकारी को प्रशिक्षण के दौरान इसकी जानकारी देंगे। सीडीओ रामयज्ञ मिश्र ने कहा कि एसएमएस सिस्टम को 27 फरवरी को बूथ दिवस पर सुलतानपुर में सख्ती से लागू किया जाएगा।

आयोग की ओर से बूथ पर तैनात पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी प्रथम को अपना मोबाइल नम्बर मतदान दिवस की पूर्व दिवस पर रजिस्टर्ड कराना होगा। पोलिंग पार्टी के बूथ पर पहुंचने व उसके वापसी तक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से भारत निर्वाचान आयोग से उपलब्ध कराए गए फोन नम्बर पर भेजनी होगी।

कब कब होगा एसएमएस : मतदान दिवस की पूर्व संध्या पर मतदान पार्टी के पोलिंग स्टेशन पर सुरक्षित पहुंचने, मतदान के दिन पोल के तत्काल बाद तथा पोलिंग शुरू होने से पहले, मतदान शुरू होने के तुरंत बाद, इसके बाद मतदान की सूचना यानि पड़े वोटों की संख्या क्रमश: नौ, 11, तीन, सायं पांच बजे तक देनी होगी। पांच बजे मतदान का समय खत्म होने के दौरान यह भी बताना होगा कि अभी कितने लोग लाइन में हैं।

गड़बड़ी के बारे में एसएमएस: इसके अलावा ईवीएम मशीन खराब होने पर मतदान बाधित होने, ला एण्ड आर्डर के कारण मतदान बाधित होने। किसी अन्य कारण से मतदान बाधित होने की संभावना और समस्या के समाधान होने के समय की जानकारी भी एसएमस पर पीठासीन अधिकारी को देनी होगी।

एसएमएस करने का होगा प्रशिक्षण: मुख्य विकास अधिकारी/ प्रभारी अधिकारी कार्मिक रामयज्ञ मिश्र ने बताया कि बुधवार को मास्टर ट्रेनरों को इस बात की हिदायत दी गई है कि वे पीठासीन व मतदान अधिकारी प्रथम को प्रशिक्षण के दौरान एसएमएस से आयोग को सूचना दिए जाने की पूरी प्रक्रिया से प्रशिक्षित करें। उन्होंने कहा कि एसएमएस सिस्टम का पालन न करने वाले पीठासीन अधिकारी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आयोग की ओर से इसमें केवल इतनी रियायत दी गई है कि यदि एसएमएस भेजने में कहीं कोई दिक्कत है तो जिला निर्वाचन अधिकारी के कंट्रोल रुम जानकारी दे दें।

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