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दिसंबर से शुरू हो सकती है पीजीआई की नई ओपीडी

- सरकार ने पीजीआई के उच्चीकरण के लिए 570.32 करोड़ रुपए का अनुमोदन मंजूर किया - जनवरी तक मिल सकेगा बैंक से रुपया, नई ओपीडी और लाइब्रेरी को दिसंबर में शुरू करने की कवायद लखनऊ। निज संवाददाता पीजीआई में...

दिसंबर से शुरू हो सकती है पीजीआई की नई ओपीडी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 19 Nov 2016 07:33 PM
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- सरकार ने पीजीआई के उच्चीकरण के लिए 570.32 करोड़ रुपए का अनुमोदन मंजूर किया

- जनवरी तक मिल सकेगा बैंक से रुपया, नई ओपीडी और लाइब्रेरी को दिसंबर में शुरू करने की कवायद

लखनऊ। निज संवाददाता

पीजीआई में नई ओपीडी की अगले माह से शुरुआत हो सकती है। संस्थान के अधिकारियों का दावा है कि ओपीडी में छोटे-छोटे कार्य और फर्निशिंग का काम चल रहा है। जो कि जल्द ही पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही लाइब्रेरी को भी अगले माह ही शुरू करने की कोशिश है। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा पीजीआई के विभिन्न विभागों के उच्चीकरण के लिए 570.32 करोड़ रुपए के अनुमोदन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उम्मीद है कि यह धनराशि जनवरी तक पीजीआई के खाते में पहुंच जाएगी। जिसके बाद उच्चीकरण करने से ऑपरेशन, ओपीडी में इलाज और ट्रांसप्लांट की वेटिंग काफी हद तक कम हो सकती है।

छह मंजिल की नई ओपीडी

पीजीआई के पीएमएसएसवाई ब्लॉक के बगल में छह मंजिल की नई ओपीडी लगभग तैयार है। वहां निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। छोटे-छोटे कार्य और फर्निशिंग चल रही है। जो कि इसी माह के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। इस नई ओपीडी में बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर समेत छह मंजिल पर जोरों से काम चल रहा है। वहीं, कई वर्षों से निर्माणाधीन लाइब्रेरी भी आखिरकार संस्थान में शुरू हो सकती है। उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर के प्रथम सप्ताह में नई ओपीडी, लाइब्रेरी का लोकार्पण कर दिया जाए। नई ओपीडी को अक्तूबर माह में ही शुरू कर देने का संस्थान के अधिकारियों ने दावा भी किया था। पर, वह दावा विफल रहा। पुरानी ओपीडी में मरीजों और तीमारदारों के लिए बहुत ही कम जगह है। जिससे मरीज और तीमारदारों को घंटों लाइन या फर्श पर बैठकर समय गुजारना पड़ता है। नई ओपीडी की प्रत्येक मंजिल पर एक ओपीडी शिफ्ट करने की तैयारी है।

रोबोट सर्जरी शुरू होगी, ट्रांसप्लांट की वेटिंग होगी कम

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पीजीआई के विभिन्न विभागों के उच्चीकरण के लिए 570.32 करोड़ रुपए के अनुमोदन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इन रुपयों के मिलने पर इमरजेंसी मेडिसिन क्लीनिकल एवं वार्ड एरिया, सर्जिकल रोबोट, लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में मेडिकल एवं अन्य उपकरण तथा किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर का उच्चीकरण किया जाना है। इससे पीजीआई के विभिन्न विभागों के मरीजों के इलाज, भर्ती एवं ऑपरेशन की तिथि में लंबा इंतजार लगभग खत्म हो जाएगा। साथ ही एक्यूट हार्ट केयर, ब्रेन स्ट्रोक, गैस्ट्रो इन्टसटाइनल ब्लीड, पिडियाट्रिक इमरजेंसी तथा इन्फेक्शस डिजीज (स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया एवं जीका) आदि का बेहतर इलाज संभव हो सकेगा। साथ ही किडनी ट्रांसप्लांट की वेटिंग भी काफी कम हो जाएगी। लिवर ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को पीजीआई में ही इलाज मिलेगा। प्रदेश में पहली बार रोबोट से ऑपरेशन करने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। जिससे प्रोस्टेट ग्लैंड, थायराइड ग्लैंड, एड्रीरीनल ग्लैंड की सर्जरी हो सकेगी।

जनवरी तक उच्चीकरण शुरू हो जाएगा

सरकार ने प्रस्ताव पास कर दिया है। बैंक से वार्ता चल रही है। बैंक से कुछ जरुरी बिंदुओं पर सहमति बनाने की कोशिश जारी है। उम्मीद है कि जनवरी तक उच्चीकरण के लिए धनराशि मिल जाएगी। दिसंबर के प्रथम सप्ताह में नई ओपीडी और लाइब्रेरी का लोकार्पण की पूरी कोशिश है।

डॉ. राकेश कपूर, निदेशक, पीजीआई

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