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आईटी कंपनी की महिला डायरेक्टर व बहन को नौकर ने मारा चापड़

- एम ब्लॉक स्थित फ्लैट में रहती हैं बहनें, लूट के इरादे से नौकर ने किया हमला - युवतियों ने खुद को बेडरूम में बंद करके शोर मचाया, लोगों ने नौकर को पकड़ा - अस्पताल में भर्ती महिला डायरेक्टर की हालत...

आईटी कंपनी की महिला डायरेक्टर व बहन को नौकर ने मारा चापड़
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 12 May 2017 09:11 PM
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- एम ब्लॉक स्थित फ्लैट में रहती हैं बहनें, लूट के इरादे से नौकर ने किया हमला

- युवतियों ने खुद को बेडरूम में बंद करके शोर मचाया, लोगों ने नौकर को पकड़ा

- अस्पताल में भर्ती महिला डायरेक्टर की हालत नाजुक, आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता

गोमतीनगर विस्तार के वनस्थली अपार्टमेंट में आईटी कंपनी की महिला डायरेक्टर प्रक्रिता पाण्डेय व उसकी ममेरी बहन स्मृति त्रिपाठी पर नौकर ने शुक्रवार सुबह चापड़ से हमला कर दिया। आरोपी ने ताबड़तोड़ वार करके दोनों को लहूलुहान कर दिया। युवतियों ने खुद को बेडरूम में बंद करके बालकनी से शोर मचाया।

स्मृति को खून से लथपथ देख सोसाइटी के लोग जमा हो गए और फ्लैट का दरवाजा तोड़कर आरोपी को दबोच लिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवतियों को अस्पताल पहुंचाया। वहां प्रक्रिता की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने आरोपी नौकर रजनीश गौतम को गिरफ्तार करके चापड़ बरामद कर लिया है। आरोपी ने कबूला कि उसने लूटपाट के लिए वारदात को अंजाम दिया। वहीं प्रक्रिता ने अपने पूर्व पार्टनर, उसके भाई व मां पर हमला करवाने का आरोप लगवाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।

गोरखपुर निवासी दामोदरनाथ पाण्डेय इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता हैं। इसके अलावा वह कारोबार भी करते हैं। उनकी बेटी प्रक्रिता पाण्डेय (28) गोमतीनगर विस्तार के वनस्थली अपार्टमेंट के एम ब्लॉक में फ्लैट नंबर 24 में रहती है। प्रक्रिता विभूतिखण्ड स्थित ‘डीएमआर इंफो सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर है। करीब 6 महीने से प्रक्रिता की ममेरी बहन वाराणसी निवासी 22 वर्षीय स्मृति त्रिपाठी भी उसके साथ रह रही थी। वह प्रक्रिता के साथ उसकी कंपनी में काम करती है।

बेडरूम में भागकर बचाई जान

प्रक्रिता ने बताया कि उसने हरदोई के अतरौली निवासी रजनीश गौतम को घरेलू काम के लिए नौकरी पर रखा था। शुक्रवार सुबह करीब 9:15 बजे रजनीश फ्लैट पर पहुंचा। प्रक्रिता ने उसे जल्दी से काम निपटाने को कहा। तभी अचानक रजनीश ने चापड़ निकाल लिया। इससे पहले कि प्रक्रिता व स्मृति कुछ समझ पातीं, आरोपी ने उन पर चापड़ से हमला कर दिया। जान बचाने के लिए प्रक्रिता और स्मृति अपने-अपने बेडरूम में घुस गईं और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।

तुम सबको भी काट डालूंगा

प्रक्रिता लगभग मरणासन्न हो चुकी थी। वहीं स्मृति ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बालकनी में निकल कर शोर मचा दिया। पड़ोसियों ने स्मृति को लहूलुहान हालत में देखा तो मदद के लिए दौड़ पड़े। फ्लैट का मुख्य दरवाजा और जाली वाला दरवाजा अंदर से बंद थे। लोगों ने आननफानन में यह दरवाजे तोड़े और अंदर घुसे। देखा तो रजनीश प्रक्रिता के बेडरूम के दरवाजे पर चापड़ से वार करके तोड़ने का प्रयास कर रहा था। लोगों को अपनी तरफ आते देख रजनीश बोला कि.. कोई मेरे पास आया तो उसे भी काट डालूंगा।

पीटकर रस्सी से बांध दिया

रजनीश का आक्रामक रुख देख लोग पीछे हट गए। पर, अगले ही पल चार-पांच पड़ोसी लाठी-डण्डा लेकर आ गए। लोगों ने रजनीश को घेरकर जमकर पीटा जिससे वह निढाल हो गया। इसके बाद लोगों ने रस्सी से उसके हाथ-पैर बांध दिए और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रक्रिता व स्मृति को कमरे से निकाल कर सहारा अस्पताल ले गई। वहां प्रक्रिता की हालत गंभीर बनी हुई है।

नौकरी के पहले ही दिन दिखाई क्रूरता

सीओ सत्यसेन यादव ने बताया कि आरोपी रजनीश गौतम मूलत: हरदोई का रहने वाला है। यहां वह अपने बहनोई अरविंद के साथ विभूतिखण्ड में रहता है। छानबीन में पता चला कि रजनीश का प्रक्रिता के घर पर नौकरी का शुक्रवार को पहला दिन था। करीब एक साल पहले वह प्रक्रिता की आईटी कंपनी में काम करता था। महज दो महीने काम करके उसे नौकरी छोड़ दी थी। कुछ दिन पहले उसने प्रक्रिता की कंपनी के गार्ड चिंतामड़ी से नौकरी के सम्बंध में बातचीत की थी। इस पर गार्ड ने उसे बताया था कि मैडम को एक नौकर की जरूरत है। गुरुवार को गार्ड ने रजनीश की प्रक्रिता से बात करवाई थी। प्रक्रिता ने वेतन की बात पक्की करने के बाद उसे काम पर रख लिया था।

लूटपाट के लिए अंजाम दी वारदात

इंस्पेक्टर विजय मल यादव ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में रजनीश पुलिस को उलझाता रहा। रजनीश ने बयान दिया कि प्रक्रिता ने उसे घर में खाना बनाने की बात कहकर नौकरी पर रखा था। पर, शुक्रवार सुबह जब वह काम पर पहुंचा तो प्रक्रिता ने उससे झाड़ू-पोछा लगाने के लिए कहा। मना करने पर उसे थप्पड़ मार दिया जिससे नाराज होकर उसने उन पर हमला कर दिया। इस पर पुलिस ने रजनीश से पूछा कि... अगर झगड़ा मौके पर हुआ था तो तुम पहले से चापड़ लेकर क्यों गए थे। अपने बयान में फंसने के बाद रजनीश ने कबूला कि उसने लूटपाट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया।

मददगार पड़ोसियों के गले लग गया भाई

पुलिस ने घटना की सूचना प्रक्रिता के पिता दामोदरनाथ और स्मृति के पिता केएम त्रिपाठी को दी थी। दोपहर करीब 3 बजे प्रक्रिता का भाई रिषभ लखनऊ पहुंचा। रिषभ ने आते ही पुलिस से पूछा कि.. मेरी बहनों की जान किसने बचाई है? पुलिस ने वहां खड़े स्थानीय निवासी अमितेश सिंह, अमित और मनोहर की ओर इशारा किया। इस पर रिषभ उन लोगों के गले लग गया। रिषभ ने अमितेश के पैर छुए और बोला कि.. भाइया, आपने मुझे खरीद लिया है, यह एहसान कभी नहीं चुका पाऊंगा।

पूर्व पार्टनर पर साजिश रचने का आरोप

प्रक्रिता को होश आने पर पुलिस ने उसका बयान लिया। प्रक्रिता ने बताया कि साहिल मुस्तफा उसकी कंपनी में पार्टनर था। कंपनी में घोटाला करने के आरोप में उसने साहिल को निकाल दिया था। प्रक्रिता ने आरोप लगाया कि साहिल, उसके भाई दानिश मुस्तफा और मां गुल्लाज परवीन ने घटना की साजिश रची है। पुलिस ने इन चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके रजनीश को गिरफ्तार कर लिया है।

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