पुरुष प्रधान मानसिकता पर युवा आईएएस की करारी चोट
पुरुष प्रधान मानसिकता पर युवा आईएएस और लखनऊ के सीडीओ ने लिखित आदेश जारी कर करारी चोट की है। मलिहाबाद के एक गांव की प्रधान का पति उनके दफ्तर आया था। खुद को प्रधान बताते हुए मंत्री से लेकर कई विधायकों...
पुरुष प्रधान मानसिकता पर युवा आईएएस और लखनऊ के सीडीओ ने लिखित आदेश जारी कर करारी चोट की है। मलिहाबाद के एक गांव की प्रधान का पति उनके दफ्तर आया था। खुद को प्रधान बताते हुए मंत्री से लेकर कई विधायकों का हवाला देकर बीडीओ को हटाने की सिफारिश की। तर्क था कि बीडीओ महिला है इसलिए काम नहीं कर सकता।
जवाब में सीडीओ ने न सिर्फ ‘प्रधान-पति को फटकार लगाई, बल्कि असल ग्राम प्रधान को चिट्ठी भेज कर कहा कि आप स्वंय कमान संभालें। आपके पति का खुद को प्रधान बताना गैर कानूनी है। सीडीओ प्रशांत शर्मा के मुताबिक विकास खंड मलिहाबाद के गांव जौरिया की प्रधान के पति वीरेन्द्र कुमार यादव उनके दफ्तर आए थे। खुद का परिचय प्रधान के तौर पर दिया। कहा कि उनके विकास खंड की बीडीओ को हटा दिया जाए। कारण पूछने पर कहा कि वह महिला हैं।
दावा किया कि मंत्री, विधायक भी महिला बीडीओ नहीं चाहते
महिला के साथ काम करना संभव नहीं है। जौरिया गांव की प्रधान के पति ने दावा किया कि बीडीओ के महिला होने के कारण उनके हटाने की संस्तुति ग्राम विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप, विधायक इन्दल रावत भी कर चुके हैं। सीडीओ ने ग्राम प्रधान को लिखी इस चिट्ठी की प्रति ग्राम विकास मंत्री और विधायक को भी भेजी है।
पुरुष प्रधान मानसिकता वाले ‘पति पर हो सकती है कानूनी कार्रवाई
सीडीओ प्रशांत शर्मा ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि ग्राम प्रधान के पति वीरेन्द्र कुमार यादव ने दोबारा खुद को प्रधान बताया या ऐसी हरकत की तो बख्शा नहीं जाएगा। उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।