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भाजपा को खूब रास आया ओबीसी और दलित कार्ड, जाटव और यादव प्रत्याशी भी जीते

शोभित मिश्र / राज्य मुख्यालयपिछड़े और अति पिछड़े वर्ग प्रत्याशी उतारना भारतीय जनता पार्टी को खूब रास आया। भाजपा का ओबीसी कार्ड इतना चला कि 112 पिछड़े और अति पिछड़े प्रत्याशियों में 71 ने अपनी विजय...

भाजपा को खूब रास आया ओबीसी और दलित कार्ड, जाटव और यादव प्रत्याशी भी जीते
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 15 Mar 2017 07:00 PM
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शोभित मिश्र / राज्य मुख्यालयपिछड़े और अति पिछड़े वर्ग प्रत्याशी उतारना भारतीय जनता पार्टी को खूब रास आया। भाजपा का ओबीसी कार्ड इतना चला कि 112 पिछड़े और अति पिछड़े प्रत्याशियों में 71 ने अपनी विजय पताका फहराई। यही नहीं बसपा के खास वोट बैंक जाटव और सपा के समर्थन माने जाने वाले इलाकों में भी भाजपा ने दांव खेला वह भी पूरी तरह सफल रहा। दलितों को दिए गए 78 टिकट में से 71 तो जीत गए। जीते हुए प्रत्याशियों में 15 जाटव हैं। पिछड़ों में 10 यादवों की भी नैया पार हो गई।जातीय और सामाजिक संतुलन पर लगाया दांव रहा सफलभारतीय जनता पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव को फतह करने के बाद से ही हर विधानसभा के बारे के जातीय और सामाजिक संतुलन के बारे में अघ्यन्न करना शुरू कर दिया था। अपने जिला संगठन और तीन निजी एजेंसियों से गहन सर्वें कराए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने टिकटों का बंटवारा हर सीट पर आए जातीय और सामाजिक समीकरण के आधार पर किया। पार्टी ने 112 ओबीसी प्रत्याशी उतारे तो 78 अनुसूचित जाति व जनजाति के प्रत्याशियों पर दांव लगाया। पार्टी ने जाटव बाहुल्य क्षेत्रों में बसपा का वोट बैंक समझे जाने वाले जाटव समाज के 15 लोगों को टिकट दिया तो वह जीत गए। इसी तरह सपा समर्थित यादव बिरादरी के 10 प्रत्याशी भी जीतने में सफल रहे। दलित और पिछड़ी जातियों का गठजोड़ खिल गयापार्टी ने टिकट बंटवारे में लोध और कुर्मी बिरादरी के लोगों पर नजरें इनायतें की तो 17 लोधी और 27 कुर्मी बिरादरी के प्रत्याशी भी अपनी सीट पर जीत गए। इसी तरह भाजपा के टिकट पर दलितों में पासी, बंजारा, बाल्मीकि, बेलदार, हरिजन, गोंड, धोबी, धानुक कोरी और खटिक वर्ग के लोग चुनाव जीते। इसी तरह पार्टी के सैनी, गुर्जर, निषाद, मल्लाह, काछी, कश्यप, बिंद, राजभर, कुशवाहा,तेली, जायसवाल, मौर्य, सैथवार, कहार, गड़रिया, शाक्य जैसी पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों के प्रत्याशियों ने भी बाजी मारी।

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