हिजबुल आतंकी को रिमांड पर लेगी एटीएस
प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा नेपाल सीमा से गिरफ्तार किए गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी नसीर अहमद वानी उर्फ सादिक को यूपी एटीएस रिमांड पर लेगी। एडीजी...
प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालय
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा नेपाल सीमा से गिरफ्तार किए गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी नसीर अहमद वानी उर्फ सादिक को यूपी एटीएस रिमांड पर लेगी। एडीजी कानून-व्यवस्था आदित्य मिश्रा के आदेश से इस मामले की विवेचना एटीएस को सौंप दी गई है।
नसीर को नेपाल से सटे प्रदेश के महराजगंज जिले के सोनौली कस्बे से शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में मुकदमा सोनौली थाने में दर्ज कराया गया है। यह मुकदमा अब एटीएस के गोमती नगर थाने में स्थानान्तरित किया जा रहा है। न्यायिक प्रक्रिया के तहत नसीर को पुलिस रिमांड पर लेने के बाद एटीएस उससे पूछताछ करेगी। एटीएस उसके साथियों के बारे में पता लगाने के अलावा यह पता करने की कोशिश भी करेगी कि उसका ‘टारगेट क्या था?
नसीर के पास है पाकिस्तानी पासपोर्ट :
एसएसबी व सोनौली पुलिस की अब तक की पूछताछ से पता चला है कि 34 वर्षीय नसीर अहमद वानी पुत्र गुलाम कदीरवानी मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के बनिहाल का रहने वाला है। फिलहाल वह पाकिस्तान के गुजरात जिले की खारियन तहसील स्थित लालामुसा में रह रहा है। उसका पाकिस्तानी पासपोर्ट इसी पते से बना है। वह वर्ष 2002-2003 में हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ था। वह बनिहाल (कश्मीर) से पाकिस्तान चला गया था। वह हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा है। वर्ष 2002 में सेना के साथ मुठभेड़ में उसे दो गोलियां भी लगी थीं लेकिन वह बच गया था। उसने पकिस्तान में रहकर एके 47, एके 56, एसएलआर व असाल्ट राइफल आदि चलाने के लिए तीन महीने की ट्रेनिंग भी ली थी। वर्ष 2009 में उसने पाकिस्तान के गुजरात जिले की खारियन तहसील स्थित लालामुसा में आशा नईम नाम की लड़की से शादी की।
पूछताछ में यह भी पता चला कि नसीर के साथ एक और व्यक्ति भी आया था। नसीर पाकिस्तान के फैसलाबाद से शारजाह पहुंचा था और शारजाह से नेपाल की राजधानी काठमांडू आया। एटीएस अपने आगे की पूछताछ में उसके साथी के बारे में पता करने की कोशिश करेगी।