आबादी से दो सौ मीटर दूर लगेंगी फुटकर पटाखा बाजार
पटाखे की फुटकर दुकाने आबादी से कम से कम से 200 मीटर दूर लगाई जाएंगी। आबादी के बीच कोई भी दुकान नहीं लगेगी। पटाखे की दुकाने एक इलाके में एक ही जगह पर लगाई जाएंगी। एडीएम (पश्चिम) जयशंकर दुबे ने...
पटाखे की फुटकर दुकाने आबादी से कम से कम से 200 मीटर दूर लगाई जाएंगी। आबादी के बीच कोई भी दुकान नहीं लगेगी। पटाखे की दुकाने एक इलाके में एक ही जगह पर लगाई जाएंगी।
एडीएम (पश्चिम) जयशंकर दुबे ने बताया कि प्रस्तावित स्थल के अलावा आतिशबाजी दुकानदार शहर में स्थित अपनी दुकान या अन्य स्थान पर पटाखों की बिक्री, भंडारण व निर्माण नहीं कर सकते हैं। ऐसा करने की दशा में कारोबारी का लाइसेन्स रद्द कर कार्रवाई की जाएगी।
टीन व लोहे के एंगिल से बनेंगे अस्थाई पटाखा दुकाने
राजधानी के विभिन्न इलाकों में लगाने वाली अस्थाई पटाखा दुकानें टीन शेड और लोहे के ऐगिंल से ही बनाई जाएंगी। पॉलीथिन, लकड़ी, बांस बल्ली का प्रयोग नहीं होगा। इन दुकानों में बिजली के लिए फायर प्रूफ तार ही इस्तेमाल होंगे। वह भी पाइप के अंदर रहेंगे। एमसीवी, ईएलसीबी भी लगाई जाएगी। विद्युत वायरिंग को विद्युत सुरक्षा निदेशालय से जांच कराकर एनओसी भी लेनी होगी।
सुरक्षा के यह भी कराना होगा
दुकानों पर आधा दर्जन फायर एक्सटिग्यूसर, आठ बोरी बालू व 200 लीटर पानी से भरा ड्रम रखा जाएगा।
अस्थाई आतिशबाजी बाजार से 50 मीटर की दूरी से ही सभी तरह के वाहनों का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा।
बच्चे, महिला व बुजुर्ग व्यक्ति आतिशबाजी की बिक्री का काम नहीं करेंगे।