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आदिवासी महिला कर्मी भी हो चुकी है आईआईएम ऑफिसर की शिकार

आदिवासी महिला कर्मी भी आईआईएम अधिकारी की शिकार हो चुकी है। इस महिला कर्मचारी को गलत रिपोर्ट देने की बात नहीं मानने के कारण संविदा अवधि के बीच में ही बर्खास्त कर दिया गया था। बाद में दूसरी जगह भी...

आदिवासी महिला कर्मी भी हो चुकी है आईआईएम ऑफिसर की शिकार
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 31 Jul 2014 01:06 AM
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आदिवासी महिला कर्मी भी आईआईएम अधिकारी की शिकार हो चुकी है। इस महिला कर्मचारी को गलत रिपोर्ट देने की बात नहीं मानने के कारण संविदा अवधि के बीच में ही बर्खास्त कर दिया गया था। बाद में दूसरी जगह भी नौकरी पाने में उक्त अधिकारी ने रोड़े अटकाए। शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव को इस मामले में सक्रिय देखकर इस महिला कर्मचारी ने खुद को भी न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।

गीताश्री उरांव को महिला कर्मचारी ने बताया कि आईआईएम का वरिष्ठ अधिकारी उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करता रहा, लेकिन लोकलाज के भय से वह हमेशा चुप रहीं। कई बार उन्हें दूसरी महिला कर्मचारियों के बारे में भी गलत रिपोर्ट देने को कहा जाता रहा। लेकिन उन्होंने समझौता करने से इनकार कर दिया। आखिरकार उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। उन्हें आईआईएम कोलकाता की ओर से लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद नियुक्त किया गया था। वह सरकारी नौकरी छोड़ कर आईआईएम में आई थीं।

दूसरे नियोक्ताओं को भड़काता रहा अधिकारी
महिला कर्मचारी ने बताया कि आईआईएम से बर्खास्तगी के बाद उसने कई जगह नौकरी के लिए आवेदन दिया, लेकिन उक्त अधिकारी फोन कर नियोक्ताओं को गलत जानकारी देता रहा। इस कारण उन्हें वे नौकरियां भी नहीं मिलीं। अधिकारी कई बार आदिवासी कह कर उसका मजाक उड़ा चुका है। गीताश्री उरांव ने महिला कर्मचारी को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।

आईआईएम में महिलाओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए बनाए गए महिला सेल की सदस्य को खुद भी उत्पीड़न की शिकार होकर थाने की शरण लेनी पड़ी है। 24 जुलाई को कोतवाली थाने में पुरुष फैकल्टी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने वाली महिला फैकल्टी उस सेल की सदस्य हैं।

महिला आयोग की टीम करेगी जांच
महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी ने बताया कि मामले की जांच के लिए डीजीपी को पत्र लिखा गया है। जल्द ही आयोग की अध्यक्ष टीम के साथ संस्थान का दौरा कर पीड़ितों से बात करेगी और दोषियों को सजा दिलाने की हरसंभव कोशिश करेगी। महिला आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया है।

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